गर्मी से पहले पानी के संकट से जूझ रहा बेंगलुरु, 24 घंटे सप्लाई बंद, बाल्टी लिए सड़कों पर बनीं लंबी लाइन, सरकार क्या बोली
Karnataka News: गर्मी की शुरुआत में ही कर्नाटक के कई हिस्सों में पीने के पानी की समस्या देखी जा रही है. बेंगलुरु में कई जगहों पर लोगों को पानी के लिए कतारों में देखा गया.
Bengaluru Water Crisis: कावेरी जल आपूर्ति की कमी और सूखे की स्थिति के कारण कर्नाटक के बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में पेयजल संकट गहरा रहा है, जिसके चलते लोगों को पानी के टैंकरों और जल आपूर्ति स्टेशनों के सामने लंबी कतारों में खड़े देखा जा रहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से शेयर किए गए एक वीडियो में लोग पानी के लिए कतार में खड़े दिख रहे हैं. बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड, महादेवपुरा और आरआर नगर जैसे इलाकों में लोगों को पीने के पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है.
#WATCH | Bengaluru, Karnataka: People in areas like Whitefield, Mahadevpura and RR Nagar face drinking water shortages pic.twitter.com/UvqtKMFZws
— ANI (@ANI) February 25, 2024
कब से कब तक रहेगी पानी की सप्लाई बंद?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) ने मंगलवार (27 फरवरी) से 24 घंटे के लिए जल आपूर्ति में कटौती किए जाने की घोषणा की है. जल आपूर्ती में यह कटौरी 27 फरवरी को सुबह 6 बजे से शुरू होकर 28 फरवरी को सुबह 6 बजे तक रहेगी.
बीडब्ल्यूएसएसबी ने जरूरी रखरखाव कार्य करने और यूएफडब्ल्यू (अनअकाउंटेड फॉर वॉटर) बल्क फ्लो मीटर इंस्टॉल करने के लिए शटडाउन की घोषणा की है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के 200 से ज्यादा तालुकाओं को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. भूजल पर निर्भर सूखाग्रस्त इलाकों के लोगों का कहना है कि वे अपनी रोज की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए टैंकरों की सामान्य लागत से दोगुना भुगतान कर रहे हैं. कई लोग एक महीने से टैंकर के पानी पर निर्भर हैं. लोगों का कहना है कि एक टैंकर के लिए 6000 रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं.
डिप्टी CM डीके शिवकुमार बोले ऐसे निकालेंगे समस्या का हल
रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कहा है कि सरकार इस समस्या को हल करने के लिए और ज्यादा बोरवेल खोदने की संभावना तलाश रही है.
एनडीटीवी के मुताबिक, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, ''हमने पानी की समस्या को हल करने के लिए 8 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. कुछ विधायकों ने कहा कि 1,500 फीट तक बोरवेल खोदे गए हैं. हम और ज्यादा बोरवेल लगाने के अलावा 500 मीटर गहरी खुदाई की संभावना तलाश रहे हैं.''