BJP Vs Congress Over Karnataka Guarantee Scheme: कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस सरकार के बीच तनातनी जारी है. कर्नाटक कांग्रेस की चुनावी गारंटी को लेकर दोनों दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार (15 जून) को दावा किया कि कर्नाटक के वित्त विभाग ने वेतन और ईंधन पर हुए खर्च के भुगतान के लिए अतिरिक्त अनुदान प्रदान करने में असमर्थता व्यक्त की है.
बीजेपी ने कर्नाटक कांग्रेस सरकार पर यह कहते हुए तंज कसा कि क्या प्रदेश सरकार अब अपनी जेब से मुफ्त बस यात्रा का खर्च उठाएगी? वहीं बीजेपी के दावे पर कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी और पीएम मोदी का गरीब विरोधी रुख अब सबके सामने उजागर हो गया है.
रेवड़ी राजनीति से कर्नाटक लहूलुहान- मालवीय
कर्नाटक के वित्त विभाग के कथित पत्र की एक प्रति ट्विटर पर साझा करते हुए बीजेपी के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘‘रेवड़ी राजनीति ने कर्नाटक को लहूलुहान किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक सरकार के वित्त विभाग ने केएसआरटीसी (कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम) और बीएमटीसी (बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम) सहित आरटीसी (सड़क परिवहन निगम) को सूचित किया है कि वह वेतन और ईंधन व्यय के भुगतान के लिए अतिरिक्त अनुदान प्रदान नहीं कर सकता.’’ मालवीय ने सवाल किया, ‘‘क्या कांग्रेस मुफ्त बस यात्रा के वादे को पूरा करने के लिए अब अपनी जेब से भुगतान करेगी?’’
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कही ये बात
बीजेपी के इस दावे पर कई कांग्रेसी नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी और पीएम मोदी का गरीब विरोधी रुख अब सबके सामने आ गया है क्योंकि मोदी सरकार ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को कठपुतली FCI की तरफ से चावल की बिक्री से इनकार किया है. उन्होंने कहा, "अन्न भाग्य" की कांग्रेस गारंटी कर्नाटक के प्रत्येक बीपीएल परिवार को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम मुफ्त चावल की आपूर्ति करने की है. जिससे राज्य के लगभग 4.42 करोड़ लोग लाभार्थी होंगे.
'यह गरीबों के प्रति दुश्मनी को दर्शाता है'
सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस सरकार चावल की आपूर्ति के लिए एफसीआई को 11,000 करोड़ रुपये देने को तैयार है. हालांकि, मोदी सरकार ने एफसीआई को कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को चावल नहीं बेचने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि एफसीआई के पास चावल का भंडार है जिसे वह 'खुले बाजार' में बड़े व्यापारियों को बेचना चाहता है लेकिन कर्नाटक सरकार को नहीं. यह बीजेपी और मोदी सरकार की एससी, एसटी, ओबीसी और गरीबों के प्रति दुश्मनी को दर्शाता है, जिन्होंने भ्रष्ट बीजेपी को वोट दिया था. उन्होंने अपने ट्वीट कर कई सवाल किए हैं.
पहले अपनी सरकारों को देखें- प्रियांक खरगे
वहीं इस पर कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस चीफ के बेटे प्रियांक खरगे ने कहा कि अमित मालवीय को पहले अपनी सरकार में दी जा रही रेवड़ियों के बारे में बताना चाहिए. मध्य प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री ने छात्राओं को मुफ्त स्कूटी देने की घोषणा की है. क्या वह रेवड़ी नहीं? उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि बीजेपी को महिला सशक्तिकरण से इतनी दिक्कत क्यों है. मैं अमित मालवीय से अपील करता हूं कि पहले वे अपनी सरकारों को देखें फिर कुछ कहें'.
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