Karnataka Minister CN Ashwath: कर्नाटक के मंत्री सीएन अश्वथ नारायण के टीपू सुल्तान और सिद्धारमैया पर दिए गए बयान को लेकर विवाद हो गया है. अश्वथ नारायण ने कहा, ''टीपू का बेटा सिद्धारमैया आएगा... क्या आप टीपू या सावरकर चाहते हैं? हमें टीपू सुल्तान को कहां भेजना चाहिए? उरी गौड़ा और नन्जे गौड़ा ने क्या किया? उसी तरह उन्हें भी बाहर कर दिया जाना चाहिए और भेज दिया जाना चाहिए.'' 


मंत्री के इस बयान पर पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को राज्य के मंत्री पर लोगों को भड़का कर उन्हें मारने का आरोप लगाया. उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मंत्री अश्वत्थ नारायण को कैबिनेट से बर्खास्त कर उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया.


हत्या करना बीजेपी की संस्कृति- सिद्धारमैया 


सिद्धारमैया ने मंत्री के बयान पर कहा, ''सिद्धारमैया को खत्म करो का क्या अर्थ है? एक मंत्री जिसे लोगों की रक्षा करनी चाहिए, क्या अश्वथ नारायण ने यह सही कहा? अब पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह क्या कहेंगे? हमला करना, मारना और हत्या करना बीजेपी की संस्कृति है."






आरएसएस ने उन्हें ये कहने का निर्देश दिया


सिद्धारमैया ने आगे कहा, "इन्होंने ही महात्मा गांधी की हत्या की थी. अश्वथ नारायण ने वही कहा जो आरएसएस ने उन्हें कहने का निर्देश दिया था. मैं मांग करता हूं राज्यपाल से कि कैबिनेट से मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए. मैं शिकायत दर्ज नहीं करूंगा, पुलिस को खुद मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए."  


वहीं, विवाद बढ़ने के बाद मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने अपनी सफाई में कहा कि मैंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, कांग्रेस और सिद्धारमैया को लेकर और कांग्रेस टीपू सुल्तान को कैसे पसंद करती है. हम शारीरिक हिंसा में विश्वास नहीं करते. हम केवल लोकतंत्र और शांति में विश्वास करते हैं. हम तुष्टिकरण की राजनीति के पक्ष में नहीं हैं.


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर भी विवाद
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि कोप्पल जिले में यलबुर्गा के जो लोग भगवान राम और हनुमान के भजन गाते हैं, उन्हें यहां रहना चाहिए और 18वीं सदी के मैसुरू के शासक टीपू सुल्तान को प्यार करने वालों को यहां नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. राज्य में करीब तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है. 


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