बेंगलुरू: कर्नाटक के बीजेपी नेता और विधायक एमपी रेणुकाचार्य ने एक विवादित बयान दिया है. कर्नाटक की होन्नाली विधानसभा सीट से विधायक ने कहा, अल्पसंख्यकों ने मुझे चुनाव में वोट नहीं दिया. इसलिए उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जाएगी.


कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के राजनीतिक सचिव रेणुकाचार्य ने कहा, मेरा एजेंडा भगवाकरण है और में अपने विधानसभा क्षेत्र को भगवामय बनाना चाहता हूं. उन्होंने आगे कहा, "अल्पसंख्यकों ने मुझे चुनाव में वोट नहीं दिया और मुझे पूरी उम्मीद है वो मुझे आगे भी वोट नहीं देंगे. इसलिए मेरे विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यकों को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती करेंगे."


अपने विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यहां के लोगों ने 2018 के चुनावों में मुझे वोट नहीं दिया और मुझे यकीन है कि वे भविष्य में भी मुझे वोट नहीं देंगे. इसी लिए मैं उन जगहों को ढूंढना चाहता हूं जहां जिन निर्वाचन क्षेत्रों में वे रहते हैं और मैं उन्हें होन्नाली में दी गई सुविधाओं में कटौती करूंगा. मेरा एजेंडा भविष्य में मेरे निर्वाचन क्षेत्र का भगवाकरण करना है. मैं मुसलमानों से वोट नहीं मांगता हूं."


रेणुकाचार्य के इस विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "प्रदेश के नेता प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित उदाहरण का अनुसरण कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "अपनी कमियों को छिपाने के लिए नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के नाम का जाप करते रहते हैं और कर्नाटक में बीजेपी नेता दिल्ली के नेताओं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं. वे ऐसा इसलिए बोल रहे हैं ताकि सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सके और ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है."


विधायक रेणुकाचार्य इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं. कुछ समय पहले उन्होंने था "कुछ गद्दार प्रार्थना करने के बजाय मस्जिदों में हथियार रखते हैं. कुछ गद्दार ऐसे हैं जो मस्जिद में बैठते हैं और फतवा लिखते हैं. वे नमाज़ पढ़ने के बजाय मस्जिद के अंदर हथियार जमा करते हैं. क्या यही वजह है कि आप मस्जिद चाहते हैं?"


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