Karnataka BJP President: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील को हटा सकती है. सूत्रों ने मंगलवार (16 मई) को जानकारी दी. कटील के पूरे कार्यकाल में पार्टी ने उनका समर्थन किया था और यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और वरिष्ठ नेताओं को भी उनके सामने घुटने टेकने पड़े थे.
पार्टी ने येदियुरप्पा और उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र को कटील पर भारी पड़ने का कोई मौका नहीं दिया. सूत्रों ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों ने उनकी राह पलट दी है और आलाकमान स्थिति का आकलन नहीं कर पाने के कारण उनसे पूरी तरह खफा है.
कर्नाटक चुनाव के परिणाम से क्या पता चला?
हालांकि, बीजेपी शुरुआत में मजबूती दिखा रही थी, लेकिन वह राज्य में अस्तित्व के संकट का सामना कर रही है. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने आक्रामक तरीके से लिंगायत, दलित और ओबीसी वोट बैंक पर कब्जा कर लिया और वह लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार कर रही है.
परिणामों से पता चला है कि वोक्कालिगा शिवकुमार के साथ हैं. अल्पसंख्यक और दलित सिद्धारमैया के साथ हैं, और लिंगायत समुदाय के लिए पार्टी की पहुंच के साथ कांग्रेस में स्थानांतरित हो गए हैं. ऐसे में बीजेपी गति की तलाश में है. कायाकल्प की दिशा में पहले कदम के रूप में बीजेपी ने एक नया चेहरा नियुक्त करने का फैसला किया है, जो जनता से अपील कर सके.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने क्या संकेत दिया?
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार (16 मई) को संकेत दिया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील को बदला जा सकता है. वह पहले ही तीन साल का अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. दक्षिण कन्नड़ से तीन बार लोकसभा सदस्य रहे कटील को अगस्त 2019 में तीन साल के कार्यकाल के लिए राज्य इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था. आसन्न चुनावों के मद्देनजर उन्हें पिछले साल सेवा विस्तार दिया गया था.
जोशी ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि उनका (कटील का) तीन साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है. (विधानसभा) चुनाव के मद्देनजर हमारे राष्ट्रीय नेताओं ने उन्हें जिम्मेदारी दी थी. हमारे नेता आगे का फैसला करेंगे.’’ विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बीजेपी के अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंन कहा कि पार्टी आत्ममंथन करेगी.
नलिन कुमार कटील ने क्या कहा?
जोशी ने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि यह बीजेपी के लिए सबसे निराशाजनक परिणाम है. चुनाव में इस तरह के घटनाक्रम होते रहते हैं. हमें कारण का पता लगाना होगा. बता दें कि कर्नाटक की 224 सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीटों पर दर्ज की थी.
वहीं बीजेपी को 66 और जेडीएस को 19 सीटें मिली. चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कटील ने कहा था कि राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में वह चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हैं.