नई दिल्लीः कर्नाटक के राजनीतिक नाटक का अंत हो गया और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की कुमारस्वामी नीत सरकार आज गिर गई. कई दिनों तक चली उठापठक के बाद आखिरकार आज विश्वास मत हुआ और 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार इसमें बहुमत साबित नहीं कर पाई. कुमारस्वामी की सरकार के खिलाफ विश्वास मत में 105 वोट पड़े और सरकार के पक्ष में सिर्फ 99 वोट पड़े. इस तरह 6 वोट से कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार गिर गई.
सरकार के गिरने के बाद कर्नाटक बीजेपी ने इसे लेकर ट्वीट किया और पहले ट्वीट में लिखा 'कर्मों का खेल'.
वहीं दूसरे ट्वीट में कर्नाटक बीजेपी ने लिखा कि ये कर्नाटक के लोगों की जीत है. ये एक भ्रष्ट और अपवित्र गठबंधन के युग का अंत है. हम कर्नाटक के लोगों के लिए स्थिर और सशक्त शासन का वादा करते हैं. साथ मिलकर हम कर्नाटक को दोबारा समृद्ध बनाएंगे.
कर्नाटक में 23 मई को कुमारस्वामी सरकार ने कार्यभार संभाला था और आज 23 जुलाई को कर्नाटक सरकार गिर गई. इस तरह ठीक 14 महीनों के बाद कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन की सरकार को हटना पड़ा.
किस तरह गिरी कुमारस्वामी की सरकार
करनाटक विधानसभा में विधायकों की संख्या 224 है और आज 19 विधायक सदन में अनुपस्थित रहे. स्पीकर रमेश कुमार ने वोट नहीं किया क्योंकि सदन में टाई की स्थिति नहीं बनी थी. इस तरह कुल 204 विधायकों ने एच डी कुमारस्वामी की सरकार के विश्वास मत परीक्षण में हिस्सा लिया. इसमें से 99 विधायरों ने सरकार के पक्ष में और 105 विधायकों ने सरकार के खिलाफ वोट किया और 6 वोट से 14 महीने पुरानी गिर गई.
कर्नाटक विधानसभा में कुमारस्वामी की सरकार गिराने के बाद कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बी एस येदुरप्पा ने विक्ट्री साइन दिखाया और बीजेपी के विधायकों ने उन्हें बधाई दी.