कर्नाटक उपचुनाव: CM की पत्नी के खिलाफ लड़ने को तैयार BJP प्रत्याशी की 'घरवापसी', कांग्रेस में लौटे
मई महीने में हुए विधानसभा चुनाव में कुमारास्वामी ने चन्नापटना और रामनगरम की दो सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटें अपने नाम की थीं. बाद में उन्होंने रामनगरम की सीट खाली कर दी और इसी वजह से यहां उपचुनाव होने हैं.
बेंगलुरु: देश की सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कर्नाटक में लगने वाले झटके थमने का नाम नहीं ले रहे. एक तो पार्टी राज्य में हुए विधानसभा चुनाव हार गई, वहीं ताज़ा मामले में बीजेपी के एक नेता की पलटी की वजह से राज्य के सीएम एच डी कुमारस्वामी की पत्नी निर्विरोध उप चुनाव जीतने वाली हैं.
राज्य में 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. ये उपचुनाव रामनगरम की उस सीट पर होना है जो कुमारस्वामी ने खाली की है. परिवार की पकड़ वाली इसी सीट पर कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारस्वामी चुनाव लड़ रही हैं और उनके विरोध में मैदान में उतरने को तैयार बीजेपी के एल चंद्रशेखर ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है.
एल चंद्रशेखर हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. वो फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं.चंद्रशेखर हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. वो रामनगरम की सीट से बीजेपी के उम्मीदवार थे. बृहस्पतिवार को उन्होंने कांग्रेस में वापसी का ऐलान किया जिससे इस सीट पर कुमारास्वामी की पत्नी के लिए चुनौती समाप्त हो गई क्योंकि कांग्रेस कुमारास्वामी की पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की सहयोगी पार्टी है.
दरअसल, मई महीने में हुए विधानसभा चुनाव में कुमारास्वामी ने चन्नापटना और रामनगरम की दो सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटें अपने नाम की थीं. बाद में उन्होंने रामनगरम की सीट खाली कर दी और इसी वजह से यहां उपचुनाव होने हैं.
हालांकि, कुमारास्वामी की पत्नी के लिए वैसे भी इस सीट पर जीत तय थी क्योंकि 2004 से हुए हर चुनाव में कुमारास्वामी ये सीट जीतते आए हैं और हर बात जीत का अंतर कम से कम 20,000 वोटों का रहा है. लेकिन अंतिम क्षण में बीजेपी प्रत्याशी का पाला बदलना वहां के स्थानीय बीजेपी चुनाव प्रभारी के लिए असमंजस की स्थिति पैदा करने वाला रहा.
पाला बदलने के पीछे बीजेपी के प्रत्याशी ने इस बात का हवाला दिया कि कैंपेन के लिए उन्हें पार्टी से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है. उन्होंने एक बयान में कहा, "मैं अपनी अनदेखी से आहत हूं. मैं इस बात से निराश हूं कि पार्टी के नेताओं ने कैंपेन के लिए जैसे समर्थन का भरोसा दिया था वैसा नहीं किया. इसलिए मैं इसे चुनाव के हटकर जेडीएस-कांग्रेस प्रत्याशी अनिता कुमारास्वामी का समर्थन करूंगा."
अंग्रेज़ी मीडिया इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक ख़बर के मुताबिक चंद्रेशेखर का पाला बदलवाने का काम कांग्रेस के एसपी और कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार के भाई डी के सुरेश ने किया है. इन्हीं के लोकसभा क्षेत्र में रामनगर विधानसभा की सीट आती है. बीजेपी नेता डी वी सदानंद गौड़ा ने कांग्रेस पर पैसे का इस्तेमाल करके उनके प्रत्याशी को भटकाने का आरोप लगाया है.
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