कर्नाटक: बंदूक चलाना सीख रहे थे राम सेना के कार्यकर्ता, वीडियो वायरल होने पर हुआ एक्शन, 12 पर केस
Karnataka Police: कर्नाटक पुलिस ने राइफल प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए 12 श्री राम सेना कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
Karnataka Police: कर्नाटक पुलिस नेबागलकोट के एक गांव में राइफल प्रशिक्षण आयोजित करने के आरोप में श्री राम सेना (एसआरएस) के 12 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. ये राइफल प्रशिक्षण शिविर दिसंबर (2024) के अंतिम सप्ताह में हुआ था.
शिकायत के अनुसार, एसआरएस कार्यकर्ताओं ने टोडालाबागी गांव में एक किसान के खेत में आयोजित एक सप्ताह के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम के आखिरी दिन राइफल प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया. इस शिविर में 196 युवाओं ने हिस्सा लिया था.
गैर सरकारी संगठन ने उठाई थी कार्रवाई की मांग
इस प्रशिक्षण के करीब एक सप्ताह के मामला दर्ज हुआ है. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. इसके बाद बेंगलुरु स्थित एक गैर सरकारी संगठन ऑल इंडिया एसोसिएशन फॉर जस्टिस ने पुलिस महानिदेशक आलोक मोहन को एक ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी.
पुलिस ने दी जानकारी
इस मामले को लेकर पुलिस बताया, "जिस किसान की जमीन पर कथित प्रशिक्षण आयोजित किया गया था, उसने उन्हें बताया कि उसे इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि राइफल प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा था. पुलिस अधीक्षक अमरनाथ रेड्डी ने 9 जनवरी को बागलकोट में मीडिया से बात करते हुए कहा था, "मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है."
संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने किया बड़ा दावा
एसआरएस के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि प्रशिक्षण के लिए एयर गन का इस्तेमाल किया गया था,न कि असल हथियारों का. उन्होंने अपने बयान में कहा, "हम हर साल व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिसमें राइफल प्रशिक्षण शामिल होता है. हम 20-30 वर्ष की आयु के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देते हैं. यह युवाओं में राष्ट्रवाद और देशभक्ति के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है."