नई दिल्ली: सीबीआई ने कर्नाटक में पूर्ववर्ती कांग्रेस-जेडीएस सरकार के दौरान नेताओं की कथित फोन टैपिंग की जांच की जिम्मेदारी संभाली है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एजेंसी ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर एक प्राथमिकी दर्ज करायी है. येदियुरप्पा ने सीबीआई जांच की घोषणा की थी. जेडीएस के अयोग्य करार दिए विधायक ए एच विश्वनाथ के खुलासे के बाद से यह स्कैण्डल जोर पकड़ रहा है. जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष रहे और बगावत करने वाले विश्वनाथ ने एच डी कुमारस्वामी सरकार पर फोन टैप करने और उनके समेत 300 से अधिक लोगों की जासूसी करने का आरोप लगाया था.
सिद्धारमैया, एम. मल्लिकार्जुन खड़गे और गठबंधन सरकार में गृह मंत्री एम बी पाटिल समेत कई कांग्रेस नेताओं ने जांच की मांग की जबकि पार्टी के अन्य अहम नेता और पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार ने जासूसी के आरोपों को खारिज कर दिया और कुमारस्वामी का समर्थन किया.
खबरों के अनुसार, सिद्धारमैया के करीबियों के फोन भी टैप कराए गए थे. सिद्धारमैया उस समय गठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख थे. पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार समेत कई बीजेपी नेताओं ने कुमारस्वामी पर अपनी सरकार बचाने के लिए फोन टैपिंग कराने का आरोप लगाया.
NRC की स्थिति से असम का हर वर्ग नाराज, वास्तविक नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा हो- कांग्रेस
यह भी देखें