Siddaramaiah On BJP Allegation: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार (16 अक्टूबर) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उस आरोप को खारिज कर दिया कि जिसमें कहा गया था आयकर विभाग के आयकर छापे में जब्त की गई नकदी कांग्रेस पार्टी की थी. उन्होंने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित और निराधार बताया.
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा, "यह एक राजनीतिक बयान है और बेबुनियाद आरोप है. क्या कांग्रेस के ठेकेदार और बीजेपी के ठेकेदार हैं? मैं उन्हें बीजेपी का ठेकेदार कहता हूं. सबूत कहां है?"
5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए रकम जुटाने का आरोप
बीजेपी के इस आरोप पर कि जब्त की गई नकदी पांच राज्यों में आगामी चुनावों में खर्च की जानी थी, सिद्धारमैया ने कहा, "हमारा इससे (पैसे) कोई संबंध नहीं है. जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उन्हें अपने दम पर लड़ना चाहिए. जब हमने चुनाव लड़ा तो क्या हम दूसरे राज्यों में पैसे मांगने गए? जनता ही आशीर्वाद देती है. हमारे राज्य का अन्य राज्यों (चुनावों) से कोई संबंध नहीं है."
जब बीजेपी विधायक सीटी रवि के इस आरोप के बारे में पूछा गया कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस का टारगेट 1,000 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का है तो सिद्धारमैया ने कहा कि वह बीजेपी नेता के आरोप पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे, जो केवल झूठ बोलते हैं. क्या कोई कर्नाटक को 1,000 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कह सकता है? उन्होंने कहा कि अब तक हमारे आलाकमान ने हमसे पांच पैसे के लिए भी नहीं पूछा है.
'आयकर विभाग को करनी चाहिए जांच'
पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी की आईटी छापों की जांच की मांग पर सिद्धारमैया ने कहा, "हमें जांच क्यों करानी चाहिए? इसकी जांच आयकर विभाग को करनी चाहिए. मेरी सरकार को ऐसा क्यों करना चाहिए? (राज्य) सरकार के खिलाफ आरोप कहां है? राजनीति से प्रेरित बयान के आधार पर कोई जांच नहीं हो सकती."
संबंधित विभाग को दें जानकारी-जगदीश शेट्टार
वहीं, मामले में कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार ने बीजेपी के आरोपों पर कहा, "केंद्रीय मंत्री आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव के लिए 1000 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का टारगेट है. उनके पास इसके क्या सबूत है?. वह एक जिम्मेदार पद पर हैं, कुछ आधिकारिक जानकारी हो सकती है, इसलिए कृपया इसका खुलासा करें. उन्हें सारी जानकारी संबंधित विभाग को देनी चाहिए."
जनता के सामने रखें सबूत
शेट्टार ने आगे कहा कि आईटी विभाग ने बेंगलुरु में एक ठेकेदार के घर पर छापा मारा और 40-45 करोड़ रुपये नकद जब्त किए. आईटी विभाग को इस बारे में पूछताछ करने का पूरा अधिकार है. उन्हें आईटी विभाग पर कोई भरोसा है या नहीं, क्योंकि कुछ नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग की है. कांग्रेस के खिलाफ कोई सबूत होना चाहिए जनता के सामने रखा जाए. राज्य में विरोध करना आपके लिए कौन सी नैतिकता है? जब बोम्मई सरकार थी तो लोगों ने आपको भ्रष्टाचार के कारण हटा दिया था."
कैश वाली कांग्रेस सरकार- रविशंकर प्रसाद
इससे पहले कर्नाटक में छापेमारी में 50 करोड़ रुपये की बरामदगी पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "यह बहुत बड़ी बात है कि लगभग 50 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. यह कैश वाली कांग्रेस है, भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस है." उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि क्या इस पर चुप रहेंगे?
इससे पहले रविवार (15 अक्टूबर) को भी बीजेपी ने आरोप लगाया था कि एक ठेकेदार और उसके बेटे से जब्त की गई 42 करोड़ रुपये की नकदी कांग्रेस से जुड़ी हुई है और सिद्धारमैया सरकार राज्य को एटीएम के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
यह भी पढ़ें- राघव चड्ढा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्यसभा सचिवालय को जारी किया नोटिस, क्या है मामला?