Karnataka's New Cabinet: कर्नाटक में शनिवार (20 मई) को सिद्धारमैया ने मुख्‍यमंत्री तो डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. इसके अलावा 8 विधायकों को राज्यपाल ने कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलवाई. इसी के साथ सिद्धारमैया की टीम भी तैयार हो गई है. इस टीम में जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज, एमबी पाटिल, सतीश जारकीहोली, प्रियांक खरगे, रामलिंगा रेड्डी  और जमीर अहमद खान शामिल हैं. सबसे युवा मंत्री 44 साल के प्रियांक खरगे हैं तो सबसे उम्रदराज मंत्री 76 साल के केजे जॉर्ज हैं. 


कर्नाटक कांग्रेस के विधायक जी परमेश्वर एक दलित नेता हैं. इन्होंने पहले डिप्टी सीएम के रूप में नियुक्त होने पर जोर दिया था. परमेश्वर ने 13 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में अपनी छठी जीत दर्ज की थी. इस बार परमेश्वर ने कोराटागेरे निर्वाचन क्षेत्र से 14,347 मतों के अंतर से चुनाव जीता. उन्होंने आठ साल तक कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख के रूप में कार्य किया है. 


कैबिनेट का जातीय समीकरण



  • जी परमेश्वर- एससी

  • केएच मुनियप्पा- एससी

  • केजे जॉर्ज- अल्पसंख्यक-ईसाई

  • एम बी पाटिल- लिंगायत

  • सतीश जारकीहोली- एसटी-वाल्मीकि

  • प्रियांक खरगे- एससी

  • रामलिंगा रेड्डी- रेड्डी

  • जमीर अहमद खान- अल्पसंख्यक-मुस्लिम



प्रियांक खरगे सबसे कम उम्र के मंत्री 


2016 में भी सिद्धारमैया ने प्रियांक को अपनी कैबिनेट में शामिल किया था और उन्हें आईटी जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. तब वह 38 साल के थे. प्र‍ियांक खरगे को तीसरी बार मंत्री की कुर्सी म‍िली है. इस सरकार में वह सबसे कम उम्र के मंत्री हैं. प्र‍ियांक खरगे कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे हैं. उन्‍होंने कर्नाटक के कलबुर्गी जिले की चित्तपुर व‍िधानसभा सीट से जीत हास‍िल की है. 


केजे जॉर्ज सबसे उम्रदराज मंत्री


केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज कैबिनेट में सबसे उम्रदराज मंत्री हैं. वह पहले कर्नाटक के गृह मंत्री थे. जॉर्ज 1968 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए थे. उनका राजनीतिक जीवन 1969 में शुरू हुआ जब उन्हें गोनिकोप्पल टाउन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था. उन्होंने वीरेंद्र पाटिल सरकार के दौरान MoS परिवहन, खाद्य और नागरिक आपूर्ति का पद भी संभाला है. वहीं, कैबिनेट में मंत्रियों की औसत उम्र 64 साल है. 


सबसे अमीर मंत्री हैं डीके शिवकुमार 


सिद्धारमैया कैबिनेट में शामिल हुए विधायकों की बात करें तो सब के सब ही करोड़पति हैं. सबसे ज्यादा डीके शिवकुमार के पास 1,413 करोड़ रुपये की संपत्ति है. डीके शिवकुमार ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उनके और उनके परिवार के पास कुल 1,413 करोड़ (14,13,80,02,404) की प्रॉपर्टी है. यानी खुद मुख्यमंत्री से कई गुना ज्यादा. इसमें 273 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें से 240 करोड़ की चल संपत्ति अकेले शिवकुमार के नाम है. वहीं, 20 करोड़ के करीब की प्रॉपर्टी उनकी पत्नी के नाम पर है.


किस समुदाय से ताल्लुक रखते हैं सीएम और डिप्टी सीएम?


मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कुरुबा समुदाय से और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. मंत्री पद के साथ-साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद के लिए भी कांग्रेस ने जातीय समीकरणों को साधने की पूरी कोशिश की है. 


कैबिनेट में एक ही मुस्लिम मंत्री को मिली जगह 


नेतृत्व के मसले को सुलझाने के बाद कांग्रेस के लिए अगली बड़ी चुनौती मंत्रिमंडल का गठन है करना ही था. कांग्रेस के टिकट पर नौ मुस्लिम जीते हैं. इनमें से पांच मंत्री पद की मांग कर रहे थे. हालांकि, एक ही मुस्लिम समुदाय से आने वाले विधायक जमीर अहमद खान को मंत्री पद मिल सका. 



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