बेंगलुरु: कोरोना महामारी के चलते पूरा देश पिछले दो महीनों से लॉकडाउन है. लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक लागू रहेगा. इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है और चौथा लॉकडाउन खत्म होने के बाद 1 जून से धार्मिक स्थल खोलने देने की इजाजत देने की बात कही है.


सीएम येदियुरप्पा ने कहा, लॉकडाउन नियमों में कुछ बदलाव से पहले केंद्र सरकार से अनुमति लेनी होती है. इसलिए राज्य 1 जून से धार्मिक स्थल को खोलने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति का इंतजार करेगा. अगर अनुमति मिलती है तो पूजा स्थल एक जून से खोल दिए जाएंगे.


देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है. तभी से धार्मिल स्थल भी बंद है. इसकी वजह ये है ताकि मंदिरों या मस्जिदों में भीड़ एकत्र होने से रोका जा सके और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे. हालांकि लॉकडाउन के बाद से अबतक कई प्रतिबंधों पर छूट दे दी गई है. बस, ट्रेन, हवाई सेवा से लेकर दुकानें खोलने की इजाजत दे दी गई है. हालांकि सिनेमा हॉल, मॉल और धार्मिक स्थल अभी भी बंद हैं.


यूपी में धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
इससे पहले यूपी कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर धार्मिक स्थल खोलने की मांग की थी. पत्र में कहा गया था कि जिस तरह से आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोले जाने का आदेश केंद्र और राज्य सरकारों ने जारी किया है, उसी तरह अब देश के सभी छोटे-बड़े, मठ- मंदिरों, गिरजाघर, मस्जिद गुरूद्वारों को भी श्रद्घालुओं के लिए खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए.


अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने भी बीते दिनों प्रदेश भर के मठ मंदिर खोले जाने की मांग उठाई थी. उन्होंने कहा था, "लगभग पिछले दो महीने से मंदिरों के बंद होने की वजह से पुजारियों और अन्य कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर भी असर पड़ रहा है. जब राजस्व के लिए सरकार शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे सकती है, तो दूसरी दुकानें और मंदिरों को भी खोलने की अनुमति दे देनी चाहिए."


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