Karnataka-Maharashtra Border Dispute: कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है. इस मामले पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बात भी हुई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने इस बारे में मंगलवार (6 दिसंबर) को ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मेरे साथ टेलीफोन पर चर्चा की, हम दोनों इस बात पर सहमत हुए कि दोनों राज्यों में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहनी चाहिए.


मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आगे कहा कि दोनों राज्यों के लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हैं. हालांकि जहां तक कर्नाटक सीमा का संबंध है, हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और कानूनी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में चलेगी. इससे पहले मंगलवार को दिन में दोनों राज्यों की ओर हिंसा की गई थी. कर्नाटक में महाराष्ट्र की गाड़ियों पर हमला किया गया. कई ट्रकों के शीशे भी तोड़ दिए गए. 


कर्नाटक-महाराष्ट्र में गाड़ियों को बनाया निशाना


इसके विरोध में महाराष्ट्र के पुणे में भी शिव सैनिकों ने भी कर्नाटक की सरकारी बसों पर कालिख पोती दी थी. कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को दिन में महाराष्ट्र की बस को बेलगावी में आने से माना किया था. कर्नाटक पुलिस ने कहा था कि यहां पर बस पर पथराव हो सकता है. इस मामले को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी बात की थी. 


शरद पवार ने दिया अल्टीमेटम 


इस विवाद पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने मंगलवार को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के लोगों पर हमला किया जा रहा है. महाराष्ट्र के वाहनों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे दहशत का माहौल पैदा हो रहा है. पवार ने कहा था कि अगर अगले 24 घंटों में हालात नहीं सुधरते हैं तो आगे जो कुछ भी होगा उसकी पूरी जिम्मेदारी कर्नाटक और केंद्र सरकार की होगी. किसी को भी महाराष्ट्र के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए. 


देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?


एनसीपी चीफ के अल्टीमेटम पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात की है. पवार साहब की कर्नाटक जाने की नौबत नहीं आएगी. महाराष्ट्र कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जाना जाता है. कर्नाटक सरकार से उम्मीद है कि वो भी कानून व्यवस्था बनाए रहे. इस पूरे मुद्दे पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात कर मैंने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. पूरे विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात करूंगा. महाराष्ट्र के लोगों से अपील है वे की वो उग्र ना हो. 


शिवसेना कार्यकर्ता लिए हिरासत में


मंगलवार को दिन में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था. शिवसेना के कार्यकर्ता कर्नाटक के बेलगावी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. इसके अलावा कर्नाटक की बसों पर पेंट छिड़कने को लेकर भी पुणे में कई लोगों को हिरासत में लिया गया था. पुणे पुलिस के अधिकारियों ने कहा था कि कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा मुद्दे को लेकर कर्नाटक की बसों पर पेंट छिड़कने के आरोप में सात लोगों को हिरासत में लिया गया है. कोई तोड़फोड़ की सूचना नहीं मिली थी. मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. 


बेलगावी पर दावेदारी को लेकर विवाद


दरअसल, बेलगावी पर दावेदारी को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) और कर्नाटक (Karnataka) के बीच सीमा विवाद चल रहा है. दोनों राज्यों में एक-दूसरे के वाहनों को निशाना बनाया गया है. सीमा पर तनावपूर्ण माहौल के मद्देनजर सीमावर्ती जिले में कन्नड व मराठी समर्थक नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. कर्नाटक में महाराष्ट्र के पंजीकरण वाले ट्रकों और वाहनों को निशाना बनाया गया. शक्ति प्रदर्शन के तहत कन्नड भाषा समर्थक संगठनों ने बेलगावी में प्रदर्शन किया और पड़ोसी राज्य के मंत्री स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का विरोध किया. 


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