मुंबई: पिछले 15 सालों से फरार चल रहे गैंगस्टर रवि पुजारी को पश्चिम अफ्रीका के सेनेगल में गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को हाल ही में मुम्बई में उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद उसके ठिकाने के बारे में सुराग मिली थी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि पुजारी को 22 जनवरी को सेनेगल की राजधानी डकार के एक होटल से पकड़ा गया था. वह कथित रुप से जबरन वसूली सिंडिकेट चलाता था और मुख्य रुप से मुम्बई के बिल्डरों को निशाना बनाता था.
अधिकारी ने बताया कि भारतीय दूतावास को 25 जनवरी को उसकी गिरफ्तारी की खबर मिली. पुजारी भारत के विभिन्न हिस्सों में जबरन वसूली और हत्या के दर्जनों मामलों से घिरा है. उसके विश्वस्त सहयोगियों- विलियम रोड्रिक्स और आकाश शेट्टी को हाल ही मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा ने जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था.
अधिकारी के अनुसार भारतीय अधिकारी उसे वापस देश में लाने के लिए अब प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरु करेंगे. अधिकारी के मुताबिक जांच एजेंसियों को रोड्रिक्स से पुजारी के ठिकाने के बारे में पता चला था. रोड्रिक्स फोन पर उसके संपर्क में रहता था.
पुलिस के अनुसार कर्नाटक का रहने वाला रवि पुजारी शुरू में गैंगस्टर छोटा राजन से जुड़ा था लेकिन उसने फरार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए भी काम किया. पुजारी बैंकाक में राजन पर हमला होने के बाद उससे अलग हो गया और उसने अपना गैंग बना लिया. बताया जाता है कि राजन पर दाऊद गैंग ने हमला किया था.
राजन की तरह ही पुजारी ने भी खुद को ‘हिंदू डॉन’ पेश करने की कोशिश की और उसने 1993 के मुम्बई सीरियल विस्फोटों के कुछ आरोपियों की कथित रुप से हत्या की जब वे जमानत पर थे. ऐसा माना जाता है कि वह जबरन वसूली के लिए बिल्डरों और हस्तियों को धमकी देता था. फिल्मकार महेश भट्ट ने मुम्बई पुलिस से कहा था कि पुजारी ने उन्हें धमकी दी . उसके बाद उनके गैंग के कुछ सदस्य भट्ट की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किये गये.
वकील शाहिद आजमी ने आरोप लगाया था कि पुजारी गैंग ने आतंकवाद के आरोपियों का प्रतिनिधित्व करने को लेकर उन्हें धमकी दी थी. शाहिद आजमी की 2010 में हत्या कर दी गयी थी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने शु्क्रवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार ने अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को सेनेगल से गिरफ्तार करवाने में प्रमुख भूमिका निभायी. उन्होंने कहा कि राज्य में कई अपराधों में वांछित इस डॉन की गिरफ्तारी कर्नाटक सरकार के अधिकारियों के निरंतर प्रयासों, केंद्र सरकार और सेनेगल में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के सहयोग से हो पायी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें कर्नाटक में चल रहे जबरन वसूली रैकेट, जिसके तहत बिल्डरों और व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा था, की चिंता थी. उन्होंने पुलिस महानिदेशक नीलमणि राजू और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) को रवि पुजारी की गतिविधियों पर अंकुश लगाने को कहा था. कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘इस गैंगस्टर के चलते कई हत्याएं हुईं और कई परिवार अनाथ हो गये. उसका एकमात्र उद्देश्य अनुचित साधनों से पैसा बनाना था. ’’
उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली कि पुजारी पिछले साल 31 दिसंबर को सेनेगल में एक क्रिक्रेट मैच के दौरान मौजूद है और तब से उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाने लगी. खुफिया एजेंटों ने इसकी जानकारी सेनेगल में भारतीय राजदूत को दी जिन्होंने उस देश के प्रधानमंत्री से संपर्क किया. भारतीय राजदूत राजीव कुमार ने पुजारी को गिरफ्तार कराने में अहम भूमिका निभायी.
उन्होंने कहा, ‘‘उसे 19 जनवरी को गिरफ्तार किया गया. तब से हम केंद्र सरकार की मदद से उसे प्रत्यर्पित कराने की दिशा में तेजी से आगे बढ़े हैं. आने वाले दिनों में हमें और सूचना मिलेगी.’’