बेंगलूरु: कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार का आज बहुमत परीक्षण है. दोपहर 3 बजे के बाद कुमारस्वामी का विधानसभा में बहुमत परीक्षण होगा. 23 मई को कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. राज्यपाल ने उन्हें 15 दिन में बहुमत साबित करने को कहा था. छह दिन के अंदर कर्नाटक में ये दूसरा बहुमत परीक्षण है. इससे पहले शनिवार को येदुरप्पा ने बहुमत परीक्षण से पहले ही इस्तीफा दे दिया था. कुमारस्वामी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई है.


डिप्टी CM परमेश्वर के बयान पर राजनीति गर्म


वहीं, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने कुमारस्वामी के पूरे पांच साल मुख्यमंत्री बने रहने के समर्थन पर अब तक चर्चा नहीं की है. फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले परमेश्वर ने यह बात कही है. यह पूछे जाने पर कि क्या कुमारस्वामी पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे तो परमेश्वर ने कहा, ‘‘ हमने उन तौर-तरीकों पर अब तक चर्चा नहीं की है.’’


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अभी इस बात पर फैसला किया जाना भी बाकी है कि कौन से विभाग उन्हें दिए जाएंगे और कौन हम लोगों के पास रहेगा. उन्हें पांच साल रहना चाहिये या हमें भी मिलेगा, उन तमाम विषयों पर हमने अब तक चर्चा नहीं की है.’’


बहुमत परीक्षण से पहले स्पीकर का भी चुनाव


विधायकों को दी गई सूचना के मुताबिक 15वीं विधानसभा के पहले सत्र की बैठक दोपहर 12.15 बजे बुलायी गई है. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष और विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी होगा. कांग्रेस और बीजेपी ने अपने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. माना जा रहा है कि स्पीकर कांग्रेस का ही चुना जाएगा.


गठबंधन सरकार ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए कांग्रेस नेता रमेश कुमार के नाम पर फैसला किया है जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष का पद जेडी(एस) के उम्मीदवार को दिया जाएगा. जेडीएस नेता कुमारस्वामी और कांग्रेस नेता जी परमेश्वर को बुधवार को क्रमश: कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के पद की शपथ दिलायी गई थी.


विपक्षी बीजेपी ने सुरेश कुमार को बनाया अध्यक्ष पद का उम्मीदवार


वहीं विपक्षी बीजेपी ने वरिष्ठ नेता एस. सुरेश कुमार को कर्नाटक विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. महानगर से पांचवीं बार विधायक बने सुरेश कुमार ने विधानसभा सचिव एस.मूर्ति के सामने विधान सुधा में गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.


कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन 117 विधायकों का समर्थन होने का दावा करता है जिसने कांग्रेस के रमेश कुमार को इस पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. रमेश कुमार 1994 से 1999 तक विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं. रमेश कुमार ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है.


कैसे बहुमत साबित करेंगे सीएम कुमारस्वामी?


224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में 222 सीटों पर चुनाव हुए हैं. इस लिहाज से मैजिक नंबर 112 होता है. बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें और अन्य को दो सीटें मिली थी. कांग्रेस और जेडीएस मिलकर मैजिक नंबर से तीन ज्यादा यानी 115 पर हैं. दो निर्दलीयों का भी समर्थन है यानी आंकड़ा 117 पहुंच जाता है. अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो कुमारस्वामी आराम से बहुमत हासिल कर लेंगे.


ढाई दिन मुख्यमंत्री रहे येदुरप्पा


बी.एस येदुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार के केवल ढाई दिनों के बाद गिरने के साथ राज्यपाल वजुभाई वाला ने कुमारस्वामी के नेतृत्व वाले गठबंधन को सरकार के गठन के लिए बुलाया था और 15 दिनों के भीतर सदन में बहुमत साबित करने को कहा था.