Karnataka CM Race: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी में मंथन जारी है कि डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में से किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए? सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने सिद्धारमैया को राज्य की कमान सौंपने का फैसला लिया है. हालांकि कांग्रेस का कहना है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान ना दें. 


इसी बीच बसवराज बोम्मई सरकार में मंत्री रहे के. सुधाकर और एस टी सोमशेखर ने बुधवार (17 मई) को दावा किया कि कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन वाली सरकार सिद्धारमैया के कारण गिरी थी. दरअसल सुधाकर और एस टी सोमशेखर उन पूर्व 17 कांग्रेस-जेडीएस विधायकों में से हैं, जिनके पार्टी छोड़ने से एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कर्नाटक की सरकार 2019 में गिर गई थी. इसके बाद बीजेपी ने सरकार बना ली थी. 


क्या दावा किया? 
कार्यवाहक स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने दावा किया कि 2018 में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार के दौरान जब हम अपनी चिंताओं को लेकर समन्वय कमेटी के मौजूदा चेयरमैन सिद्धारमैया के पास जाते थे तो वो बेबसी व्यक्त करते हुए कहते थे कि सरकार कामों में उनकी कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि सिद्धारमैया इस दौरान विधायकों को 2019 के लोकसभा चुनाव तक के इंतजार करने की बात बोलते हुए कहते थे कि इसके बाद जेडीएस- कांग्रेस की सरकार नहीं रहेगी. 


वहीं एस टी सोमशेखर ने कहा कि समन्वय कमेटी के तत्कालीन चेयरमैन सिद्धारमैया के ऐसे ही दावों के कारण कई विधायकों ने पार्टी छोड़ी. दोनों नेताओं ने बीजेपी में शामिल होने के बाद उपचुनाव लड़ा और जीत गए थे, लेकिन 10 मई को हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चिक्कबल्लापुर सीट से सुधाकर इलेक्शन हार गए.  वहीं यशवंतपुर से सोमशेखर चुनाव जीत गए हैं. बता दें कि कर्नाटक की 224 सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं बीजेपी ने 66 सीटें जीती और जेडीएस 19 सीटों पर सिमट गई है. 


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