Karnataka Deputy CM: कर्नाटक में तीन और उपमुख्यमंत्रियों की नियुक्ति की मांग के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने रविवार (17 सितंबर) को कहा कि इस पर आलाकमान फैसला करेगा और वह इसका पालन करेंगे.
कर्नाटक के सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना ने लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में तीन और उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने की वकालत की थी. उन्होंने शनिवार (17 सितंबर) को कहा था कि वह कांग्रेस आलाकमान के साथ इस बारे में चर्चा करेंगे.
"फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को करना है"
मुख्यमंत्री ने ये देखते हुए कि ये सहकारिता मंत्री की निजी राय है, उन्होंने अपनी ओर से स्पष्ट कर दिया कि इस मुद्दे पर उनका कुछ कहना नहीं है और इस पर निर्णय लेना आलाकमान का काम है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सीएम ने कहा कि उन्होंने (राजन्ना) अपनी राय व्यक्त कर दी है, लेकिन आखिर में फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को करना है.
सीएम सिद्धारमैया ने और क्या कहा?
सिद्धारमैया ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने कहा था कि एक उपमुख्यमंत्री काफी है और एक नियुक्त कर दिया. उन्होंने (राजन्ना) कहा है कि वह तीन और उपमुख्यमंत्री पर पार्टी से बात करेंगे. तो उन्हें करने दीजिए. पार्टी नेतृत्व का जो भी निर्णय होगा, मैं उसका पालन करूंगा.
मंत्री राजन्ना क्या बोले?
के एन राजन्ना ने वीरशैव-लिंगायत, अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यक समुदायों के नेताओं को उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की वकालत की थी. फिलहाल वोक्कालिगा समुदाय से संबंधित डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री हैं. शिवकुमार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं.
राजन्ना ने कहा था कि लोकसभा चुनाव नजदीक है, सभी दल चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. हमारी इच्छा है कि कांग्रेस को कर्नाटक में अधिकतम सीट पर जीतना चाहिए. हमें अपनी जीत पर भरोसा है. मंत्री ने कहा कि उपमुख्यमंत्री का एक पद अनुसूचित जाति-जनजाति, एक पद अल्पसंख्यक समुदाय और एक पद वीरशैव समुदाय के नेता को दिया जाना चाहिए.
प्रियंक खरगे ने क्या कहा?
राजन्ना के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि कोई भी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी राय रख सकता है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आलाकमान के समक्ष इस तरह (एक से ज्यादा उपमुख्यमंत्री) का कोई प्रस्ताव है.
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