Karnataka CM Siddaramaiah: कर्नाटक में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया लगातार कई फैसले ले रहे हैं, साथ ही पिछली बीजेपी सरकार के लाए गए कई कानूनों को बदलने की तैयारी भी चल रही है. इसी बीच सिद्धारमैया ने कई सालों से चली आ रहे एक अंधविश्वास को भी तोड़ दिया है. सीएम सिद्धारमैया ने सचिवालय के उस दरवाजे को खुलवा दिया, जिसे पिछले 25 सालों से बंद रखा गया था, क्योंकि नेताओं का मानना था कि वास्तु दोष के तहत ये 'अशुभ' है.
शनिवार को खोला गया दरवाजा
सचिवालय के दक्षिणी दरवाजे को ‘वास्तु दोष’ मानकर कई मुख्यमंत्रियों ने इसे बंद रखा था और खोलने की हिम्मत नहीं दिखाई थी, लेकिन सिद्धारमैया ने अशुभ माने जाने वाले दिन शनिवार को विधानसौधा के मुख्यमंत्री कार्यालय का दक्षिणी दरवाजा खुलवाया और आगे प्रवेश किया. इस तरह पिछले कई सालों से अंधविश्वास के चलते बंद इस दरवाजे को आखिरकार खोल दिया गया.
अधिकारियों से मिली जानकारी
दरअसल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कांग्रेस सरकार की फ्लैगशिप अन्न भाग्य योजना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने विधानसौधा पहुंचे थे, तभी उन्होंने दक्षिणी गेट देखा और इस पर लगे ताले को लेकर सवाल किया. अधिकारियों ने सीएम को बताया कि वास्तु दोष के कारण इसे पिछले 25 सालों से बंद रखा गया है, इसके तुरंत बाद सिद्धारमैया ने खुद खड़े होकर न सिर्फ गेट खुलवाया बल्कि उसी गेट से अपने कार्यालय में दाखिल हुए. इस दौरान तमाम अधिकारी भी सीएम के साथ मौजूद रहे.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्वस्थ दिमाग, शुद्ध हृदय, लोगों के लिए चिंता, अच्छी हवा और रोशनी एक अच्छा वास्तु है. तत्कालीन मुख्यमंत्री जे एच पटेल के चुनाव में हारने के बाद इस दरवाजे को दुर्भाग्य लाने वाला माना जाने लगा और 1998 से किसी भी मुख्यमंत्री ने इसे खोलने की हिम्मत नहीं दिखाई. अब मुख्यमंत्री के आदेश पर इस दरवाजे को भी बाकी दरवाजों की ही तरह खोला जाएगा और इसका इस्तेमाल किया जाएगा.
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