Karnataka Congress: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के कैबिनेट में फेरबदल और मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है. इसे लेकर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार (25 अक्टूबर) को कहा कि इस मामले में कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा.


सीएम सिद्धारमैया ने कहा, "मंत्री बनने की चाहत रखना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार करना है या इस संबंध में कुछ भी करने का फैसला आलाकमान लेगा."


कांग्रेस विधायक ने खुद को माना दावेदार


इससे पहले कर्नाटक के कांग्रेस विधायक अशोक पट्टन ने दावा किया था कि राज्य सरकार के कैबिनेट में फेरबदल होने वाला है. साथ ही उन्होंने खुद को मंत्री पद का दावेदार भी माना था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि ढाई साल बाद कैबिनेट में फेरबदल होगा, जिसमें उनके जैसे वरिष्ठ नेताओं को जगह दी जाएगी. 


इस दौरान कांग्रेस के सीएम सिद्धारमैया ने बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस का आरोप लगाते हुए कहा, "उन्होंने कर्नाटक को दिवालिया बना दिया है. बीजेपी कर्नाटक में बिजली संकट के लिए जिम्मेदार है, उन्होंने राज्य में बिजली का उत्पादन नहीं किया."


सीएम ने बीजेपी पर लगाया आरोप


कर्नाटक के सीएम ने कहा, "2008 में बीएस येदियुरप्पा की नेतृत्व वाली तत्कालीन बीजेपी सरकार ने कथित तौर पर विपक्षी विधायकों को दल बदलने के लिए लालच दिया था. प्रमुख विपक्षी दलों ने राज्य को कर्ज में धकेल दिया. राज्य के पास पैसे नहीं थे, इसके बावजूद सत्ता छोड़ने से पहले बीजेपी सरकार ने कई लंबित कार्य को पूरा करने का आदेश जारी किया."


सीएम सिद्धारमैया ने आगे कहा, "बीजेपी जिसे लोगों ने खारिज कर दिया, वो कांग्रेस पर राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगा रही है. सत्ताधारी कांग्रेस ने पार्टी को फंड देने के लिए किसी भी सरकारी फंड का दुरुपयोग नहीं किया है."


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