Zameer Ahmed Khan Minister: कौन हैं कर्नाटक के इकलौते मुस्लिम मंत्री जमीर अहमद खान, जिन्हें कांग्रेस की पहली लिस्ट में मिली जगह
Zameer Ahmed Khan Minister: जमीर अहमद खान इकलौते मुस्लिम विधायक हैं, जिन्हें सिद्धारमैया की कैबिनेट में जगह मिली है. वे पांचवी बार विधायक बने हैं.
Zameer Ahmed Khan Minister Profile: कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार का गठन हो गया है. शनिवार (20 मई) को बेंगलुरु के कांतीरावा स्टेडियम में भव्य शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया. इस दौरान मंत्रिमंडल ने भी शपथ ली. जमीर अहमद खान कांग्रेस के उन आठ विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने सिद्धारमैया कैबिनेट में मंत्रियों के रूप में शपथ ली. वे सिद्धारमैया सरकार के इकलौते मुस्लिम मंत्री हैं.
56 साल के खान ने बेंगलुरु की चामराजपेट विधानसभा सीट से विशाल अंतर से जीत हासिल की है. वे लगातार तीन बार से यहां से विधायक हैं. हाल ही में हुए चुनावों में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार भास्कर राव को 53,953 मतों के अंतर से हरा दिया.
सिद्धारमैया के करीबी
सिद्धारमैया के करीबियों में शुमार जमीर अहमद खान की राजनीतिक यात्रा भी जेडीएस से ही शुरू हुई थी. हालांकि, जेडीएस से कांग्रेस में आने की उनकी कहानी सिद्धारमैया से थोड़ी अलग रही. पहली बार वह 2005 के उपचुनाव में चामराजपेट से विधायक चुने गए. 2006 में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में हज और वक्फ बोर्ड मंत्री बने.
जेडीएस से आउट, कांग्रेस में इन
2016 में जेडीएस ने जमीर अहमद खान को सात अन्य विधायकों के साथ पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इन सभी ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के व्हिप का उल्लंघन कर कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में वोट दिया था. इनमें से जमीर और 6 अन्य विधायकों ने 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ज्वाइन कर ली.
2018 के चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने तो एक बार फिर जमीर अहमद खान को उनकी कैबिनेट में जगह मिली. अंतर इतना था कि पिछली बार वह कुमारस्वामी की जेडीएस के विधायक थे, जबकि इस बार वह कांग्रेस के कोटे से मंत्री बने थे.
कांग्रेस के बड़े मुस्लिम नेताओं में गिनती
जमीर अहमद खान की गिनती कर्नाटक में बड़े मुस्लिम नेताओं में होती है. 2005 से वह बेंगलुरु की चामराजपेट सीट से 5 बार विधायक रह चुके हैं. जमीर अहमद खान सिद्धारमैया के इनर सर्कल का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री पद की दौड़ के दौरान जब सिद्धारमैया दिल्ली में थे, उस दौरान भी वे उनके साथ थे.
करोड़ों की संपत्ति के मालिक
2018 के चुनाव में दिए हलफनामे में जमीर अहमद खान ने अपनी संपत्ति 22 करोड़ रुपये बताई थी. हालांकि, उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है. अगस्त 2022 में कर्नाटक के एंटी करप्शन ब्यूरो ने ईडी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि खान के पास आय के स्रोतों से 87 करोड़ रुपये ज्यादा की संपत्ति है. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह ईडी के सामने पेश हुए थे.