बेंगलुरू: कर्नाटक में नेतृत्व में बदलाव की चर्चा जोरों पर है. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफे के संकेत दे दिए हैं. बीएय येदियुरप्पा ने कहा है कि बीजेपी आलाकमान 26 जुलाई को जो निर्देश देगा और वह उसको मानेंगे.
मोदी-शाह ने मेरे काम की सराहना की- येदियुरप्पा
मीडिया से बातचीत में सीएम येदियुरप्पा ने कहा है, ‘’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मन में मेरे लिए बहुत सम्मान और प्यार है. किसी के भी 75 के पार हो जाने के बाद उनके लिए कोई पद नहीं होगा, लेकिन उन्होंने मेरे काम की सराहना की और उन्होंने मुझे 78-79 साल की उम्र तक काम करने दिया.’’
पार्टी जो कहेगी, मैं उसका पालन करूंगा- येदियुरप्पा
सीएम येदियुरप्पा ने आगे कहा, ‘’मेरा इरादा राज्य में पार्टी को मजबूत करने का है और पार्टी को सरकार में वापस लाने का है. 26 तारीख के बाद सरकार के 2 साल पूरे हो जाएंगे और उसके बाद नड्डा जी जो कहेंगे, मैं उसका पालन करूंगा.’’
येदियुरप्पा के बिना राज्य में नहीं लौट सकती बीजेपी- सुब्रमण्यम स्वामी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बी एस येदियुरप्पा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से हटाने के खिलाफ पार्टी नेतृत्व को आगाह किया. राज्यसभा सदस्य स्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘येदियुरप्पा ही थे जो सबसे पहले कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता में लाये थे. कुछ ने उन्हें हटाने की साजिश रची, क्योंकि वह 'चमचा' नहीं हो सकते हैं. उनके बिना, पार्टी राज्य में सत्ता में नहीं लौट सकती. केवल उनके बीजेपी में लौटने पर पार्टी फिर से जीती. वही गलती क्यों दोहराएं?’’
गौरतलब है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें कुछ समय से चल रही हैं और इसे पिछले हफ्ते येदियुरप्पा के दिल्ली दौरे के बाद और बल मिला था. येदियुरप्पा ने हालांकि इन अटकलों को निराधार बताते हुए उन्हें सिरे से खारिज कर दिया है.