बेंगलूरु: कर्नाटक में बीजेपी के बीएस येदुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, लेकिन सियासी घमासान जारी है. कांग्रेस शपथ का विरोध कर रही है. इस बीच कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस अपने विधायकों को तोड़फोड़ के डर से गायब करने में लगे हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि मुख्यमंत्री येदुरप्पा कैसे बहुमत साबित करेंगे.


अलग-अलग बस से रवाना हुए कांग्रेस-जेडीएस के विधायक


विधायकों के टूटने से डरी हुई कांग्रेस और जेडीएस रात में ही विधायकों को लेकर निकल गई है. पहले कई तरह की बातें सामने आ रही थीं कि विधायकों को केरल या पुदुच्चेरी ले जाया जा सकता है. दोनों पार्टियां अपने विधायकों को बस में बिठाकर रात में ही बेंगलूरु के रिसॉर्ट से रवाना हो गईं. खबर है कि विधायकों को हैदराबाद भेजा गया है.


कांग्रेस के चार विधायक बीजेपी के संपर्क में- सूत्र


जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी का कहना है कि हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए विधायकों को दूसरी जगह भेजा जा रहा है. वहीं कांग्रेस विधायक रामालिंगा रेड्डी का दावा है कि कांग्रेस के सभी विधायक साथ हैं. जबकि सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के चार विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. रामालिंगा रेड्डी ने विधायकों को 100 करोड़ रुपए देने के ऑफर का भी आरोप लगाया है.


विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई


कर्नाटक के राजनीतिक विवाद पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. गुरुवार को आधी रात के बाद चली साढ़े तीन घंटे की सुनवाई में कोर्ट ने येदुरप्पा सरकार का शपथ ग्रहण रोकने से मना कर दिया था. हालांकि, कोर्ट ने ये कहा था कि येदुरप्पा और राज्यपाल के बीच पत्राचार को उसके सामने रखा जाए.


कोर्ट कांग्रेस और जेडीएस की उस शिकायत पर सुनवाई कर रहा है, जिसमें ये कहा गया है कि बहुमत का आंकड़ा उनके पास होने के बावजूद राज्यपाल ने उनकी उपेक्षा की. बहुमत से कम विधायकों के समर्थन वाले बीजेपी नेता येदुरप्पा को न्योता दे दिया. सुनवाई सुबह 10.30 बजे से होगी.


प्रदेशों की राजधानियों-जिला मुख्यालयों पर धरना देगी कांग्रेस


बी.एस येद्दियुरप्पा को शपथ दिलाए जाने के बाद कांग्रेस ने कहा कि वह 'एक दिन के मुख्यमंत्री' हैं और राज्यपाल द्वारा 'संविधान का एनकाउंटर किए जाने' के विरोध में आज पूरे देश में 'प्रजातंत्र बचाओ दिवस' मनाया जाएगा. कांग्रेस ने कहा कि बहुमत का आंकड़ा नहीं होने के बावजूद कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने जिस तरह 'पक्षपातपूर्ण और तानाशाहीपूर्ण कदम' उठाया उसके खिलाफ आज सभी राज्यों की राजधानियों और जिला मुख्यालयों पर वह धरना-प्रदर्शन करेगी.