Karnataka Cabinet Expansion: कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भले ही कांग्रेस आलाकमान की ओर से मंत्रियों के नाम तय कर दिए गए हों. फिर भी कांग्रेस के कई विधायकों में मंत्री न बनाए जाने को लेकर उपजी नाराजगी खत्म होती नजर नहीं आ रही है. इसकी बानगी शपथ ग्रहण समारोह से पहले दिखी. जब कांग्रेस नेता रूद्रप्पा लमानी के समर्थकों ने कर्नाटक के पार्टी कार्यालय के बाहर धरना दिया.
कांग्रेस नेता रूद्रप्पा लमानी को मंत्री बनाने की मांग को लेकर उनके सैकड़ों समर्थक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यालय के बाहर शनिवार (27 मई) को धरना दे रहे हैं. रूद्रप्पा लमानी ने हावेरी विधानसभा से कर्नाटक चुनाव 2023 में जीत हासिल की है. उनके समर्थक लमानी के लिए मंत्री पद की मांग पर डटे हुए हैं.
क्या है समर्थकों का कहना?
कांग्रेस विधायक के समर्थकों का कहना है कि रूद्रप्पा लमानी बंजारा समुदाय के नेता हैं और उनका नाम कल रात तक मंत्री बनने वालों की लिस्ट में था. आज उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया है. समर्थकों का कहना है कि अगर हमारे नेता को मंत्री पद नहीं दिया जाएगा तो हम इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे, क्योंकि हमने चुनाव में अपना 75 फीसदी वोट कांग्रेस को दिया था.
उन्होंने कहा कि हमारे समुदाय से कम से कम एक मंत्री जरूर होना चाहिए. गौरतलब है कि सिद्धारमैया सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार को लेकर मंत्रियों के नामों पर मुहर लगा चुकी है. शनिवार को 24 नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे. इन विधायकों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एचके पाटिल, कृष्णा बायरे गौड़ा, ईश्वर खंड्रे और दिनेश गुंडुराव मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. वहीं, कैबिनेट में लक्ष्मी हेब्बालकर अकेली महिला मंत्री के रूप में शपथ लेंगी.
कब होगा शपथ ग्रहण समारोह?
शपथ ग्रहण समारोह शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे राजभवन में होगा. मंत्रियों के नामों की लिस्ट देखकर साफ हो जाता है कि कांग्रेस अलाकमान ने राज्य में पावर इक्वेशन, जिलों और जातीय समीकरणों के ध्यान में रखकर ही ये लिस्ट बनाई है. इस लिस्ट में मंत्री पद के लिए विधायकों के नाम साथ उनकी जाति भी लिखी गई है. जैसे रहीम खान मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं और बी नगेंद्र अनुसूचित जनजाति से आते हैं.