Bajrang Dal Ban: कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के चुनाव प्रचार के दौरान बजरंग दल को बैन करने की घोषणा के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) का कहना है कि बजरंग दल (Bajrang Dal) प्रतिबंध की इस धमकी से डरने वाला नहीं है. दरअसल, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में एलान किया था कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य में बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.
वीएचपी के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि अगर कांग्रेस हिंदुओं के लिए अपनी नफरत के कारण बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाती हैं, तो इसके बाद आवश्यक कदम उठाया जाएगा. वीएचपी के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने आगे कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान भी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन अदालत ने इसे गलत बताते हुए रद्द कर दिया था.
चुनावी वादे से पलटी कांग्रेस
इसको लेकर कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने बाद में स्पष्ट किया था कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं था और कांग्रेस का मिशन था कि नफरत की राजनीति को रोका जाए. मोइली ने आगे कहा कि राज्य सरकार की ओर से किसी संगठन पर प्रतिबंध लगाना संभव नहीं है. कर्नाटक सरकार का बजरंग दल पर प्रतिबंध संभव नहीं है.
इसी के साथ उन्होंने कहा कि एक नेता के तौर पर मैं आपको यह बता सकता हूं कि हमारे पास बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है. दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य में बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. अब पार्टी की ऐतिहासिक जीत और पार्टी के सत्ता में वापस लौटने के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस इसको लेकर क्या कदम उठाने वाली है.
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