बेंगलुरु: बागी कांग्रेस विधायक रोशन बेग को कथित पोंजी स्कीम के सिलसिले में सोमवार की रात से एसआईटी की कई घंटे की पूछताछ के बाद मंगलवार को हिरासत से रिहा कर दिया गया. विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों ने बताया कि बेग को इस शर्त के साथ जाने दिया गया कि वह फिर पूछताछ के लिए उपस्थित होंगे. दरअसल, बेग सोमवार को जब बेंगलुरु से किसी अज्ञात स्थान पर जाने के लिए चार्टर्ड विमान पर सवार होने वाले थे तब उन्हें एसआईटी ने हिरासत में ले लिया था. उससे पहले एसआईटी ने उन्हें 15 जुलाई को उसके सामने पेश होने को कहा था लेकिन वह महत्वपूर्ण कार्यों का हवाला देकर पेश नहीं हुए थे. उन्होंने कहा था कि वह 25 जुलाई को उपलब्ध होंगे.
सूत्रों के अनुसार बेग से सोमवार को पूरी रात पूछताछ की गयी और मंगलवार को साढ़े बारह बजे उन्हें रिहा कर दिया गया. एसआईटी से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ''उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया गया. उन्हें अब 19 जुलाई को आने को कहा गया है.'' एआईटी कार्यालय से बाहर निकलने के बाद बेग ने कहा, ''मैं कल रात यहां से पुणे जाना चाहता था लेकिन (एसआईटी में) कुछ संशय था कि मैं भाग रहा हूं. यह जानबूझकर किया गया. कुछ लोगों ने शरारत की लेकिन मैं किसी को दोषी नहीं ठहराऊंगा.''
बेग ने कहा कि वह जांचकर्ताओं से सहयोग करेंगे और 19 जुलाई को भी उसके सामने पेश होंगे. एसआईटी ने उन्हें देश में कहीं भी जाने की अनुमति दी है. पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कांग्रेस से निलंबित बेग सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के उन 16 विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. आरोप है कि बेग अन्य बागी विधायकों से जुड़ने के लिए मुम्बई जाने वाले थे. लेकिन बेग ने यह कहते हुए इस आरोप का खंडन किया कि वह किसी निजी काम से पुणे जाने वाले थे.
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