कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सोमवार (20 मई) को राज्य सरकार पर उनकी और उनके परिवार की जासूसी करने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि 40 फोन टैप किए जा रहे हैं. टैप किए जा रहे फोन में उनके परिवार के सदस्यों के भी हैं.
कुमारस्वामी ने कहा, 'हमारे फोन टैप किए जा रहे हैं. मुझे यह पता है. मेरे आसपास के 40 लोगों के फोन टैप किए जा रहे हैं. फोन पर जो भी बात हो रही है उस पर नजर रखी जा रही है. एच.डी. रेवन्ना का फोन भी टैप किया जा रहा है.' रेवन्ना कुमारस्वामी के भाई हैं जिन्हें अपहरण और यौन उत्पीड़न के मामलों में जमानत पर रिहा किया गया था.
कुमारस्वामी के आरोपों को कांग्रेस सरकार ने निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है. डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार और गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि ये आरोप बेसलैस हैं और चर्चा में आने के हथकंडे के अलावा और कुछ भी नहीं है.
फोन टैपिंग के आरोप को खारिज करते हुए, शिवकुमार ने कहा कि कुमारस्वामी और रेवन्ना आतंकवादी नहीं हैं जो उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए. अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा, 'सरकार उचित प्रक्रियाओं के तहत आतंकवादियों के फोन टैप करती है. राज्य में राजनीतिक नेताओं के फोन टैप करने की कोई जरूरत नहीं है. वे चर्चा में आने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.
गृह मंत्री परमेश्वर ने भी फोन टैपिंग के आरोप को खारिज कर दिया. उन्होंने हुबली में संवाददाताओं से कहा, 'मैं इससे पूरी तरह खारिज करता हूं. अगर उनके पास कोई सबूत है कि अमुक व्यक्ति उनका फोन टैप करा रहा है तो... (उन्हें उसे सामने लाना चाहिए).'
कुमारस्वामी ने अपने भतीजे और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना (33) से देश लौटने की अपील भी की, जो यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद से विदेश में हैं.
उन्होंने कहा, 'भारत वापस आकर जांच में सहयोग करें. कब तक चलेगा पुलिस और चोर का खेल? आपके दादाजी (पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा) हमेशा चाहते थे कि आप राजनीतिक रूप से आगे बढ़ें. यदि आप उनकी प्रतिष्ठा का सम्मान करना चाहते हैं, तो भारत वापस आएं.'
(इनपुट पीटीआई-भाषा से)
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