Karnataka Assembly Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए बीजेपी की आंतरिक कलह सामने आ गई है. कर्नाटक में पार्टी के पोस्टर बॉय यानी पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा को लेकर ही पार्टी में खींचतान शुरू हो चुकी है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि और येदियुरप्पा के बीच दूरियां देखने को मिल रही हैं. चिकमगलुरु जिले में गुरुवार (16 मार्च) को सीटी रवि के समर्थकों ने सीएम येदियुरप्पा की कार को घेर लिया. इससे उन्हें अपना चुनाव प्रचार भी रद्द करना पड़ा. 


येदियुरप्पा के नेतृत्व में पार्टी की विजय संकल्प यात्रा गुरुवार (16 मार्च) को चिकमगलुरु जिले के मुदिगेरे निर्वाचन क्षेत्र में पहुंची थी. यहां सीटी रवि के समर्थकों ने येदियुरप्पा की कार का घेराव किया और विधायक एमपी कुमारस्वामी को विधानसभा का टिकट न दिए जाने की मांग की. कुमारस्वामी मुदिगेरे निर्वाचन क्षेत्र से एक और कार्यकाल की आस लगाए हैं. विरोध प्रदर्शन के चलते नाराज दिख रहे येदियुरप्पा को रोड शो रद्द करना पड़ा. 


पार्टी के मतभेद सामने आए


पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस बार येदियुरप्पा को फ्री हैंड दे रखा है. केंद्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि टिकट वितरण से लेकर नई सरकार के गठन तक का कार्य येदियुरप्पा के नेतृत्व में ही होगा. जिस पर प्रदेश इकाई में मतभेद देखने को मिल रहे हैं. आवास मंत्री वी. सोमन्ना ने खुद को पार्टी मामलों से दूर कर लिया है. वह पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति वाले प्रमुख कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. इतना ही नहीं उन्होंने दिल्ली जाकर अमित शाह से मुलाकात करके अपनी बात रखी है.


बेटे को टिकट देने का विरोध


अब सीटी रवि और येदियुरप्पा के बीच भी मतभेद देखने को मिल रहे हैं. दरअसल, येदियुरप्पा ने जब से अपने बेटे बीवाई विजयेंद्र के लिए शिकारीपुरा सीट का एलान किया, उससे सीटी रवि नाराज बताए जा रहे हैं. येदियुरप्पा के इस फैसले का विरोध करते हुए सीटी रवि ने कहा था कि टिकट बंटवारे का फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा, यह फैसला घर पर या किचन में बैठकर नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर टिकट का बंटवारा किया जाएगा.


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