बेंगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की सबसे बड़ी परीक्षा आज कर्नाटक में होने जा रही है. कर्नाटक में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही कांग्रेस को अगर जीत मिली तो ये राहुल के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. 1985 के बाद से कर्नाटक में कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ सका है.


राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद उनका ये पहला चुनाव है. कांग्रेस हारी तो सबसे बड़ा राज्य हाथ से निकल जाएगा. कर्नाटक हारने पर कांग्रेस के पास सिर्फ 3 छोटे राज्य बचेंगे. वहीं अगर कांग्रेस जीती तो 2019 में बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बजेगी. कांग्रेस के जीतने से राहुल गांधी की 2019 में दावेदारी मजबूत हो जाएगी.


कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बीजेपी ने अब तक सबसे बड़ा हमला किया. 19 साल पहले राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठा था लेकिन इस बार खुद प्रधानमंत्री ने ये मुद्दा उठाया. हालांकि राहुल मोदी को जवाब देने से नहीं चूके.


राहुल गांधी ने कहा, ''मेरी मां इटली से हैं, उन्होंने अपने जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा भारत में गुजारा है. बहुत सारे भारतीय लोगों को मैं जानता हूं वो उन सब से ज्यादा भारतीय हैं. मेरी मां ने इस देश के लिए त्याग किया है. उन्होंने देश के लिए पीड़ा सही है. जब प्रधानमंत्री इस तरह के हमले करते हैं तो यह उनकी क्वालिटी दिखाता है. अगर उन्हें यह अच्छा लगता है तो वो करते रहें.''


मोदी भले राहुल और सोनिया पर चुनाव प्रचार के दौरान बेहद आक्रामक रहे हों लेकिन लेकिन पूरे प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला नहीं बोला. राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए ये चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है.


आज सुबह वोटिंग शुरू होने से पहले से ही राहुल सबसे ज्यादा मुस्तैद दिख रहे थे. बेंगलुरु में बारिश हो रही है और राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील किया कि वे घरों से बाहर निकलें औऱ वोट डालने जा रहे लोगों की मदद करें. कर्नाटक की जनता आज सिर्फ अपने राज्य का ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का भी भविष्य तय करने वाली है.


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