Karnataka Elections: कांग्रेस का समाचार पत्रों में प्रकाशित "भ्रष्टाचार दर-कार्ड" विज्ञापनों के संबंध में भारत के चुनाव आयोग ने नोटिस भेज जवाब मांगा है. जिस पर राज्य अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने रविवार को दावा कर कहा कि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने "भ्रष्टाचार दर कार्ड" दिया था.


शिवकुमार ने कहा, मैं नहीं था जिसने रेट कार्ड दिया था. वो बीजेपी थी. उन्होंने नाम लेते हुए कहा, रेट कार्ड देने वाले बीजेपी नेता गुलीहाट शेखर और एच विश्वनाथ थे. भ्रष्टाचार दर कार्ड में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के विभिन्न घोटालों के दर्शाया गया था. इसमें राज्य के ठेकेदारों द्वारा 40 प्रतिशत कमीशन चार्ज भी शामिल है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य में बीजेपी सरकार ने पिछले चार सालों में 1,50,000 करोड़ रुपये लूट लिए हैं. साथ ही कहा, सीएम पद की लागत 2500 करोड़ है जबकि मंत्री पद की 500 करोड़.


कर्नाटक कांग्रेस ने राज्य में डबल-इंजन सरकार के बीजेपी के दावे पर चुटकी लेते हुए इसे मुसीबत इंजन सरकार बताया था.


बीजेपी सरकार में रिश्वत की निश्चित दरें


दरअसल, विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने पोस्टर और विज्ञापनों का एक सेट जारी किया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि राज्य में बीजेपी सरकार में रिश्वत की निश्चित दरें थीं. वहीं, शुक्रवार को बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगा रही है और चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई.






शनिवार को चुनाव आयोग ने भ्रष्टाचार के अपने आरोपों को साबित करने के लिए कांग्रेस पार्टी से सबूत मांगे और कहा कि पार्टी को रविवार शाम 7 बजे से पहले सबूत जमा करना होगा.


यह भी पढ़ें.


Karnataka Elections: चुनाव आयोग ने कांग्रेस को भेजा नोटिस तो भड़के कपिल सिब्बल, पूछा- पीएम से क्यों नहीं मांगे सबूत?