नई दिल्ली: कर्नाटक में सियासी मौसम लगातार बदल रहा है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन कांग्रेस ने जेडीएस के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. कांग्रेस जेडीएस के एचडी कुमार स्वामी को मुखयमंत्री बनाने के लिए तैयार है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने मंत्रीमंडल बंटवारे का गणित भी तैयार कर लिया है.

इस बीजेपी खेमे में जोरदार हलचल मची हुई है. बीजेपी के तीन वरिष्ठ नेता बेंगलुरू के लिए रवाना हो गए हैं. मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदुरप्पा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को खारिज कर दिया है. जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया है. केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि हम नतीजों का इंतजार कर रहे हैं.

कर्नाटक में मची सियासी हलचल के बीच एबीपी न्यूज़ के पास अंदर की खबर है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी दो सूरतों पर विचार कर रही है. अगर बीजेपी बहुमत हासिल करती है तो राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर देगी. दूसरी स्थिति में जहां बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनती है लेकिन बहुमत नहीं मिलता तो बीजेपी राज्यपाल के निर्णय का इंतजार करेगी.

ये राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वो सबसे बड़ी पार्टी या सबसे बड़े दल को दावा पेश करने के लिए बुलाते हैं. अगर राज्यपाल बीजेपी को बुलाते हैं तो बीजेपी राज्यपाल से कुछ दिन का वक्त मांगेगी और इसके बाद जेडीएस से कुछ बात हो सकती है. बीजेपी जेडीएस को सरकार में शामिल करने के लिए मनाने की कोशिश करेगी.

संविधान एक्सपर्ट का क्या कहना है?
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''इस स्थिति में राज्यपाल अपने विवेक से फैसला लेंगे. राज्यपाल जोस भी फैसला लेंगे वो सही होगा. राज्यपाल किसी को भी सरकार बनाने का न्योता दे सकते हैं लेकिन बहुमत का फैसला विधानसभा में ही होगा."