नई दिल्ली: कर्नाटक चुनाव के नतीजों में भले ही किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला हो लेकिन सरकार बनाने के दावे हर कोई पेश कर रहा है. शतकीय नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी भले ही बहुमत से दूर हो लेकिन पार्टी की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया गया है. पार्टी के सीएम उम्मीदवार बीएस येदुरप्पा राज्यपाल वजुभाई से मिलने पहुंचे.कर्नाटक: एबीपी न्यूज़ के पास अंदर की खबर, बीजेपी अपना सकती है ये रणनीति
राज्यपाल से मिलने के बाद येदुरप्पा ने कहा कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी सदन में बहुमत हासिल कर लेगी. दूसरी तरफ कांग्रेस के समर्थन से जेडीएस ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. हालाकि जेडीएस के सीएम उम्मीदवार कुमारस्वामी ने भी राज्यपाल से शाम 5.30 बजे का समय मांगा है लेकिन उससे पहले येदुरप्पा राज्यपाल से मिलने पहुंच गए.अमित शाह का ट्रंप कार्ड साबित हो रहे हैं योगी
इससे पहले येदुरप्पा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े के लिए गठबंधन को लेकर भी बात की जा रही है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सियासत की बिसात पर किसकी जीत होती है. इस बीच आपको बता दें कि कर्नाटक में बरसों से एक धारणा बनी हुई है कि जो भी पार्टी कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव जीतती है, वह अगला लोकसभा चुनाव हार जाती है. यह सवाल जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछा गया तो उनका कहना था कि यह सब अंधविश्वास है.कर्नाटक चुनाव नतीजों पर बोले BJP नेता ''लगता है EVM की इज्जत आज फिर खतरे में है''
आंकड़ों पर एक नजर-
साल 2013 में कर्नाटक में क्या हुआ था?
साल 2013 में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी. लेकिन अगले ही साल 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की जीत हुई. लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की 28 सीटों में से बीजेपी ने 17 सीटें और कांग्रेस ने सिर्फ नौ सीटें जीती थी. जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 40 सीटें मिली थीं.रोमांचक हुआ कर्नाटक का पॉलिटिकल मैच, सरकार बनाने का ये है कांग्रेसी फॉर्मूला
साल 2008 के पहले कर्नाटक में क्या हुआ था?
साल 2008 में बीजेपी ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी और 2009 का लोकसभा चुनाव हार गयी थी. इस हिसाब से देखा जाए तो 2018 में कर्नाटक जीतने वाले को 2019 में लोकसभा चुनाव गंवाना पड़ सकता है. साल 2004 में जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी, लेकिन इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में जेडीएस को हार का सामना करना पड़ा था. साल 1999 में कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी, लेकिन अगले साल यानी 1999 को हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई थी. साल 1994 में जेडीएस ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी, लेकिन साल 1998 के लोकसभा चुनाव में हार गई थी. साल 1989 में कांग्रेस कर्नाटक में जीती, लेकिन साल 1989 में हार गई.
यदि इन धारणाओं पर भरोसा करें तो ऐसा लगता है कि बीजेपी सरकार बनाकर कहीं 2019 लोकसभा चुनाव के लिए संकट तो नहीं बुला रही है.