नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए काउंटिंग जारी है. दोपहर तक के रुझानों में पूर्ण बहुमत का आंकड़ा छूने वाली बीजेपी कुछ सीटों से पिछड़ती दिख रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी 89 सीटों पर आगे है और 17 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है. यानि की सरकार बनाने के लिए बीजेपी को 6 सीटों की अब भी दरकार है. राज्य में सरकार बनाने के लिए फिलहाल 112 सीटों की जरूरत है.
वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस 71 सीटों पर आगे है और 3 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है. राज्य में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है. वह 39 सीटों पर आगे हैं. वहीं मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) एक, कर्नाटक जनता पार्टी एक और निर्दलीय एक सीटों पर आगे है.
अब इन आंकड़ों पर गौर करें तो कर्नाटक में बहुमत का पेंच फंस सकता है. कांग्रेस के रुख पर गौर करें तो वह जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत जेडीएस के नेता एचडी देवगौड़ा से मिलने के लिए बेंगलुरु में हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी को रोकने के लिए जेडीएस नेता कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दे सकती है. दरअसल कांग्रेस गोवा और मेघालय जैसी गलती को फिर से नहीं दोहराना चाहती है. जहां सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद सरकार नहीं बना सकी.
कैसे बीजेपी को रोक सकती है कांग्रेस-जेडीएस?
कांग्रेस और जेडीएस का मौजूदा आंकड़ा बरकरार रहा तो बीजेपी सरकार बनाने में संभवत: विफल हो जाएगी. कांग्रेस (71) और जेडीएस (39) के सीटों को जोर दिया जाए तो दो दल बहुत के आंकड़े 112 को पार कर लेगी. हालांकि जेडीएस ने अब तक गठबंधन को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं. इतिहास पर नजर डालें तो जेडीएस पहले बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला चुकी है. लेकिन देशभर में बीजेपी खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बने विपक्षी दलों के प्रयासों में देवगौड़ा शामिल हो चुके हैं. इन संकेतों और कांग्रेस के सीएम पद के ऑफर के बाद जेडीएस का बीजेपी के साथ जाने की संभावना कम ही दिख रही है.
वहीं बीजेपी के साथ अन्य दलों और निर्दलीय कैंडिडेट के साथ जाने पर भी बीजेपी बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी. 106 बीजेपी के, एक बीएसपी के, एक कर्नाटक जनता पार्टी के और एक निर्दलीय कैंडिडेट को जोर दिया जाए तो बीजेपी की कुल 109 सीटें होगी. जो सरकार बनाने के लिए नाकाफी है. ऐसे में साफ है कि एचडी देवगौड़ा ही राज्य का किंग चुनेंगे. देवगौड़ा के अगले कदम पर सब की नजर टिकी है.
Blog: कर्नाटक चुनाव रिजल्ट- एक बार फिर फेल हुए राहुल गांधी, आत्मचिंतन की जरूरत