Karnataka Election Results 2023: कांग्रेस की जीत में क्या रही प्रियंका गांधी की भूमिका? कैसे जीता कर्नाटक की जनता का दिल
Karnataka Election Results: प्रधानमंत्री मोदी के कांग्रेस पर हमलों का जवाब देने और महिला मतदाताओं को जोड़ने को लेकर राजनीतिक विश्लेषक प्रियंका गांधी की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
Karnataka Election Results 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की शानदार जीत में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की बड़ी भूमिका रही. उनके आक्रामक भाषण, महिलाओं और युवाओं के बीच जबरदस्त लोकप्रियता, मिलनसार व्यक्तित्व और दिल छू लेने वाली शैली के साथ ही उनमें दिखने वाली इंदिरा गांधी की छवि आकर्षण का केंद्र रही.
जहां एक तरफ कांग्रेस की इस जीत में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के सधे हुए चुनाव अभियान, नेताओं की एकजुटता और कांग्रेस की गारंटियों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के कांग्रेस पर हमलों का जवाब देने और महिला मतदाताओं को जोड़ने को लेकर राजनीतिक विश्लेषक प्रियंका गांधी की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके अलावा कर्नाटक चुनाव में भारत जोड़ो यात्रा के सकारात्मक प्रभाव की भी बड़ी भूमिका मानी जा रही है.
प्रियंका गांधी का जुझारू प्रचार अभियान
प्रियंका गांधी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार बेंगलुरु में ‘ना नायकी सम्मेलन’ में महिलाओं के लिए प्रतिमाह 2000 रुपये की गारंटी की घोषणा करके शुरू किया. इस घोषणा ने और कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़ के चलते सरकार के पैरों तले से ज़मीन खिसक गई.
कन्नड़ में प्रियंका गांधी का कहना- “मेरी बहनों उठ खड़ी हो” कर्नाटक की महिलाओं के दिल में घर कर गया. इस समय तक कर्नाटक में चुनावों की घोषणा भी नहीं हुई थी, लेकिन प्रियंका गांधी की महिलाओं को लेकर इस घोषणा में बीजेपी सरकार के ख़ेमे में हलचल मचा दी.
जब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भाजपा सरकार हमलावर हुई और उनकी संसद की सदस्यता छीन ली, उस समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस पार्टी की बैठक में इस बात को मज़बूती से रखा, “कर्नाटक चुनाव जीत कर हम भाजपा को करारा जवाब देंगे. हमें कर्नाटक चुनावों को लेकर कमर कसनी चाहिए”
प्रियंका गांधी ने कर्नाटक पर बनाए रखी पकड़
चुनाव घोषित होने के बाद कर्नाटक में 25 अप्रैल 2023 से प्रियंका गांधी ने फिर प्रचार अभियान की शुरुआत की. मैसूर क्षेत्र से अपने अभियान की शुरुआत कर, प्रियंका गांधी ने कर्नाटक के हर क्षेत्र में रैलियां कीं. पूरे अभियान में प्रियंका गांधी ने 13 जनसभाएं, 12 रोड शो, 2 महिला सभाएं और 1 कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित किया. प्रियंका गांधी ने अपनी पहली ही सभा में भाजपा पर ज़ोरदार हमला बोला. 40% कमीशन से लेकर नंदिनी पर हमले जैसे मुद्दे उठाकर और कांग्रेस की गारंटियों को जनता को अच्छे से समझाकर प्रियंका गांधी ने जनता का दिल जीत लिया.
प्रियंका गांधी के भाषणों की ख़ास बात रही उसमें जनता से रिश्ता बनाने की शैली. जहां एक तरफ़ कर्नाटक के लोगों की मेहनत और प्रतिभा को सराहते हुए प्रियंका गांधी ने कर्नाटका की जनता से रिश्ता बनाया, वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा की ओर से इस प्रतिभा की उपेक्षा करने और कर्नाटक के लोगों के साथ धोखे और लूट को उन्होंने मुद्दा बनाया.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जमखंडी में प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री जी कर्नाटक आकर आपका दुख सुनने की बजाय अपना दुखड़ा आपको सुनाते हैं। उनके पास कर्नाटका के किसानों की, महिलाओं की, युवाओं की समस्या की लिस्ट नहीं है, मगर इस बात की लिस्ट है कि किसने उनको गाली दी.''प्रियंका गांधी का ये भाषण इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ. इस भाषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के कर्नाटक चुनाव अभियान की हवा निकालने के मामले में प्रियंका गांधी का ये भाषण टर्निंग पॉइंट था.
प्रियंका गांधी का जनता से आत्मीय रिश्ता बनाने वाला चुनाव अभियान
कर्नाटक चुनाव अभियान के दौरान कई ऐसे मौके आए जब प्रियंका गांधी के जनता से आत्मीय रिश्ते की झलक मिली. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रियंका गांधी बहुत ही सहज अंदाज में जनता से आत्मीय रिश्ता बनाने का हुनर रखती हैं. उनकी यही शैली जनता को भाती भी है. कर्नाटक चुनावों में प्रियंका गांधी की यह शैली कई बार देखने को मिली.
हनूर में महिला संवाद के दौरान सवाल जवाब के समय एक आदिवासी महिला थिरुमम्मा ने प्रियंका गांधी से कहा कि वो उनको देखकर बहुत खुश हुईं और उनमें उन्हें इंदिरा गांधी की झलक दिखी. प्रियंका गांधी ये सुनते ही मंच से उतर कर गईं और उन्होंने थिरुमम्मा को गले लगाया और उनसे खूब बातें कीं. प्रियंका गांधी जब मैसूर के प्रसिद्ध डोसा की दुकान मयलारी पर पहुंची तो खुद डोसा बनाने लगीं. डोसा बनाते बनाते उन्होंने दुकान मालिक से बातचीत भी की और फिर वहां मौजूद लोगों से भी मिलीं. चिकमंगलूर में प्रियंका गांधी ने जनता के बीच श्रीमती इंदिरा गांधी की यादें ताज़ा कीं. चिंतामणि में जब एक सफाईकर्मी रानी ने जनता के बीच से प्रियंका गांधी को आवाज़ लगाई और उनके साथ आने की इच्छा ज़ाहिर की तो प्रियंका गांधी अपने रोड शो वाली गाड़ी से उतरकर रानी को लेने गईं और पूरे रोड शो में उन्हें अपने साथ रखा.
नवलगुंड में प्रियंका गांधी बालनागम्मा के घर गईं, उनके साथ चाय पी और उनको कांग्रेस की सारी गारंटियां बताईं और कहा वोट अपने मुद्दों पर डालना. बीदर में एक किसान चंद्र शेखर पाटिल ने प्रियंका गांधी के भाषण के दौरान प्रियंका गांधी को अपनी बात सुनाने के लिए आवाज़ लगाई और प्रियंका गांधी अपना भाषण बीच में छोड़कर किसान चंद्र शेखर पाटिल की बात सुनने गईं और उनकी बात सुनी. होसकोटे में प्रियंका गांधी जब भाजपा सरकार पर कर्नाटका की पिछली सरकार चुराने का कटाक्ष कर रही थीं, उस समय उन्होंने कहा- “मैं जनता का दिल चुराती हूँ”. इस पर उनको खूब तालियां मिलीं.
कर्नाटक की जनता के बीच प्रियंका गांधी की लोकप्रियता
इन चुनावों में जनता के बीच प्रियंका गांधी की लोकप्रियता देखने लायक़ थी. जहां एक तरफ उनकी हर रैली और रोड शो में हजारों की भीड़ उमड़ रही थी, वहीं दूसरी तरफ़ सोशल मीडिया और लोकल मीडिया में उनके भाषण भी खूब वायरल हुए. प्रियंका गांधी की रैलियों और रोड शो की खास बात ये थी कि हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ ने उनकी हर बात पर शानदार प्रतिक्रिया दी. प्रियंका गांधी ने भी भाषणों और उत्साहवर्धन के जरिए जनता में जोश भरा. प्रियंका ने मैसूर से लेकर बेलगावी, कलबुर्गी से लेकर चिंतामणि, बंगलुरु, मंगलुरु और चिकमंगलूर हर जगह रैलियां और रोड शो किए और जगह उनकी रैलियों और रोड शो में पैर रखने की जगह नहीं मिली.
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