Karnataka Congress Cabinet: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है. शनिवार (20 मई) को बेंगलुरु के कांटीरवा स्टेडियम में सिद्धारमैया मुख्यमंत्री के रूप में और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेंगे. समारोह में कई विपक्षी दलों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण में लगभग 20 मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. इसी क्रम में कर्नाटक कांग्रेस के नेता यूटी खादर ने अपने नेताओं को कैबिनेट में शामिल करने के लिए विभिन्न समुदायों से उठने वाली मांगों पर बयान दिया है.


यूटी खादर ने कही ये बात


इस बार के विधानसभा चुनाव में यूटी खादर ने मैंगलोर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. अलग-अलग समुदायों से नेताओं को कैबिनेट में शामिल करने वाली मांगों पर उन्होंने कहा, 'कांग्रेस का मतलब हर जाति, धर्म और समुदाय को शामिल करना है. जब कांग्रेस सत्ता में आती है तो हमें पूछने की जरूरत नहीं है, कांग्रेस हर समुदाय को समान प्रतिनिधित्व देगी... न केवल नेताओं के लिए बल्कि उस समुदाय के लोगों के लिए भी... इसलिए, मैं नहीं सोचता हूं कि यह बहुत बड़ा मुद्दा है.'






मुस्लिम नेताओं की मांग


राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद सुन्नी उलमा बोर्ड ने मुस्लिम नेताओं को सरकार में शामिल करने की मांग की थी. उनका कहना था कि मुस्लिम समुदाय के विजयी उम्मीदवारों में से एक मुस्लिम को कर्नाटक में डिप्टी सीएम का पद मिलना चाहिए. उन्होंने पांच मुस्लिम विधायकों के लिए गृह, राजस्व, स्वास्थ्य और अन्य विभाग जैसे विभाग भी मांगे. कर्नाटक राज्य वक्फ बोर्ड के प्रमुख शफी सादी ने दावा किया कि 72 निर्वाचन क्षेत्र केवल मुसलमानों के कारण कांग्रेस के हाथों में गए.


हिजाब मामले पर बोले यूटी खादर


कांग्रेस विधायक यूटी खादर ने हाल में ही कहा था कि स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पर बैन लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. नई सरकार कोर्ट के फैसले के आधार पर सभी को विश्वास में लेकर सौहार्द बनाए रखने का निर्णय लेगी.


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