Karnataka Elections 2022: साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तमाम पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कर्नाटक में भी इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर कांग्रेस ने कमर कसनी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने राज्य में बस से राज्यव्यापी ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ शुरू कर दी है. यानी कांग्रेस की तरफ से चुनावी बिगुल बजा दिया गया है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने कर्नाटक में मुफ्त बिजली का भी दांव चल दिया है. कांग्रेस ने सरकार बनने पर सभी घरों को दो सौ यूनिट बिजली फ्री देने का वादा किया है. इसे पार्टी की एक बड़ी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
कांग्रेस का मिशन कर्नाटक
कर्नाटक में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में वापसी की तैयारी कर रही है. कांग्रेस की कोशिश है कि इस बार किसी तरह बीजेपी को पछाड़कर पूर्ण बहुमत से राज्य में सरकार बनाई जाए. इससे पहले कर्नाटक में कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जो बाद में गिर गई थी. इसके बाद से ही राज्य में बीजेपी सत्ता में है. अब कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्दारमैया के नेतृत्व में पार्टी में जान फूंकने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस की राज्यव्यापी ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’
कांग्रेस ने कर्नाटक में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए राज्यव्यापी ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ की शुरुआत की है. जिसका नेतृत्व डीके शिवकुमार और सिद्दारमैया कर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ कर्नाटक के 21 जिलों से गुजरेगी, जिस दौरान पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ तैयार एक आरोप पत्र के जरिये उस पर निशाना साधते हुए लोगों से अपने विचार साझा करेगी और उन्हें राज्य के समग्र विकास का भरोसा दिलाएगी.
कांग्रेस के कर्नाटक में सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे शिवकुमार और सिद्दरमैया ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ के तहत 29 जनवरी तक एक ही बस में सवार रहेंगे. इसके बाद, फरवरी के दूसरे सप्ताह में दो अलग-अलग टीमें गठित की जाएंगी. सिद्दरमैया के नेतृत्व वाली एक टीम जहां उत्तर कर्नाटक के विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेगी. वहीं, शिवकुमार की अगुवाई वाली टीम दक्षिण कर्नाटक के विधानसभा क्षेत्रों में मोर्चा संभालेगी. इस यात्रा की शुरुआत में कांग्रेस नेताओं ने प्रतीकात्मक तौर पर सड़कों पर झाड़ू लगाया और कहा कि वे राज्य से ‘भ्रष्ट भाजपा सरकार का सफाया कर देंगे.’ कर्नाटक में इस साल मई तक विधानसभा चुनाव होने हैं.