Mallikarjun Kharge On BJP: बजरंग दल के मुद्दों को लेकर बीजेपी की ओर से किए जा रहे हमलों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने करारा जवाब दिया है. खरगे ने शुक्रवार (5 मई) को बीजेपी के आरोपों पर कहा, "जय बजरंगबली, तोड़ दे भ्रष्टाचार की नली." कांग्रेस (Congress) के कर्नाटक चुनाव के घोषणापत्र में बजरंग दल (Bajrang Dal) पर प्रतिबंध लगाने के वादे पर उठे विवाद के बीच खरगे ने कहा कि भगवान हनुमान (Hanuman) की तुलना बजरंग दल से करना उचित नहीं है. 


कांग्रेस अध्यक्ष ने इंडिया टुडे से बातचीत में पीएम मोदी की ओर से लगाए गए आरोपों पर जवाब दिया जिसमें पीएम ने कहा था कि पहले कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से तकलीफ थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से नफरत है. इन्होंने पहले श्रीराम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करना चाहते हैं. 


"क्या बीजेपी ने ठेका लिया है?"


खरगे ने कहा कि क्या किसी अन्य प्रधानमंत्री ने पहले इस तरह के नारे (जय बजरंगबली) का इस्तेमाल किया था? नेहरू के मंत्रिमंडल में जनसंघ के नेता ने भी ऐसी बातें नहीं कीं. अब हम कहेंगे जय बजरंगबली, तोड़ दे भ्रष्टाचार की नली. उन्होंने कहा कि ये ठीक नहीं है. एक धर्म का पालन करने वाले विभिन्न दलों में कई नेता होंगे. क्या बीजेपी ने ठेका लिया है? हमारे कई लोग, मेरे दोस्त और परिवार अलग-अलग दिनों में अलग-अलग देवताओं को मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं, जिसमें शनिवार को भगवान हनुमान भी शामिल हैं. 


"80 हनुमान मंदिरों का निर्माण करवाया"


कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को अपने तरीके से चलने के लिए छोड़ दें. आप दूसरों को चोट नहीं पहुंचाते, लेकिन आप जो मानते हैं उसका अभ्यास करने का आपको पूरा अधिकार है. खरगे ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक में अपने निर्वाचन क्षेत्र में 80 हनुमान मंदिरों का निर्माण करवाया जब वह बंदोबस्ती मंत्री थे. ये देखना मेरा कर्तव्य है कि मैं किसी को चोट नहीं पहुंचाऊं, भले ही मेरी मान्यताएं कुछ भी हों. 


क्या कांग्रेस के अभियान पर पड़ेगा असर?


क्या बजरंग दल पर प्रतिबंध के वादे ने राज्य में पार्टी के अभियान को अंतिम समय में पटरी से उतार दिया, इसपर खरगे ने कहा कि क्यों? उन्होंने (बीजेपी ने) इसे मुद्दा इसलिए बनाया क्योंकि वे इस तरह की धारणा बनाना चाहते थे. सभी को घोषणापत्र रखने की स्वतंत्रता है और हमारा घोषणापत्र हमारी मसौदा समिति की ओर से तैयार किया गया था. इसका मतलब ये नहीं है कि हम हिंदुओं के खिलाफ हैं और वे (बीजेपी) अकेले हिंदू हैं. हालांकि मैं एक हिंदू हूं, लेकिन मैं बुद्ध के विचारों और नेहरू व अंबेडकर की फिलॉसफी में पूरी तरह विश्वास करता हूं. ये सब निजी बातें हैं. आप चुनाव के लिए इसका फायदा क्यों उठा रहे हैं?  


"समाज में विभाजन क्यों पैदा कर रहे हैं?"


मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि विधानसभा के सहमत होने पर ही प्रतिबंध लगाया जाएगा. जब प्रतिबंध लगाने का समय आएगा तो हम देखेंगे, चर्चा होगी, विधानसभा की सहमति होगी, तभी इसे पारित किया जाएगा. उन्होंने समाज में दरार पैदा करने के लिए बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूछा कि आप बेवजह हाइप क्यों बना रहे हैं? आप अनावश्यक रूप से समस्याएं क्यों पैदा कर रहे हैं? आप अनावश्यक रूप से समाज में विभाजन क्यों पैदा कर रहे हैं? 


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