PM Modi On The Kerala Story: बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस (Congress) के घोषणापत्र के वादे को लेकर पीएम मोदी (PM Modi) लगातार हमलावर हैं. उन्होंने शुक्रवार (5 मई) को बल्लारी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में ढेर सारे झूठे वायदें है. कांग्रेस का घोषणापत्र मतलब तालाबंदी और तुष्टिकरण का बंडल है. अब तो कांग्रेस की हालत इतनी बुरी है कि उनके पैर कांप रहे हैं और इसलिए कांग्रेस को मेरे जय बजरंगबली बोलने पर भी आपत्ति होने लगी है. पीएम मोदी ने फिल्म 'द केरला स्टोरी' का भी जिक्र किया. 


उन्होंने कहा कि मैं ये देख कर हैरान हूं कि अपनी वोट बैंक के खातिर कांग्रेस ने आतंकवाद के सामने घुटने टेक दिए हैं. ऐसी पार्टी क्या कभी भी कर्नाटक की रक्षा कर सकती है? आतंक के माहौल में यहां के उद्योग, आईटी इंडस्ट्री, खेती, किसानी और गौरवमयी संस्कृति सब कुछ तबाह हो जाएगी. बीते कुछ वर्षों में आतंकवाद का एक और भयानक स्वरूप पैदा हो गया है. बम, बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है, लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती. 


'द केरला स्टोरी' को लेकर साधा निशाना


प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म 'द केरला स्टोरी' की इन दिनों काफी चर्चा है. कहते हैं, केरला स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकी साजिशों पर आधारित है. देश का इतना खूबसूरत राज्य, जहां के लोग इतने परिश्रमी और प्रतिभाशाली होते हैं, उस केरला में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा इस फिल्म में किया गया है. इस सिनेमा का भी कांग्रेस ने विरोध किया. इतना ही नहीं, ऐसी आतंकी प्रवृत्ति वालों से कांग्रेस, पिछले दरवाजे से राजनीतिक सौदेबाजी तक कर रही है. 


"कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है"


पीएम मोदी ने कहा कि कल यहां इतनी बारिश के बाद, इतनी कठिनाइयां थी उसके बावजूद ये जनसैलाब बीजेपी को आशीर्वाद देने आया है. ये दर्शाता है कि चुनाव के नतीजे क्या हैं. कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था, लॉ एंड ऑर्डर सबसे प्रमुख आवश्यकता है. कर्नाटक का आतंकवाद से मुक्त रहना भी उतना ही जरूरी है. बीजेपी हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ कठोर रही है. जब भी आतंकवाद पर कार्रवाई होती है कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है. 


पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का किया जिक्र


प्रधानमंत्री ने कहा कि येदियुरप्पा जी और बोम्मई जी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार को सिर्फ साढ़े तीन साल सेवा का मौका मिला है. जब यहां कांग्रेस की सरकार थी तब उसने कर्नाटक के विकास के बजाय भ्रष्टाचार को ही प्राथमिकता दी. इसका कारण क्या था? इसे खुद उनके पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बताया था कि अगर उनकी सरकार दिल्ली से 100 पैसा भेजती है तो 15 पैसा ही गरीब तक पहुंचता है. एक तरह से उन्होंने खुद ही मान लिया था कि कांग्रेस 85% कमीशन वाली पार्टी है. 


"सूडान में फंसे भाई-बहनों को बचाया"


कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए पीएम ने कहा कि अभी सूडान में गृहयुद्ध की स्थिति है, कहीं से गोली चलती थी कहीं से भी बम फूटता था. घर से बाहर निकलना मुश्किल था. हमारे हजारों भारतीय भाई-बहन सूडान में फंस गए थे और उसमें हमारे कर्नाटक के भी सैकड़ों भाई-बहन थे. सूडान की स्थिति ऐसी है कि बड़े-बड़े देशों ने भी अपने नागरिकों को वहां से निकालने से मना कर दिया था. बावजूद इसके हमने अपनी पूरी वायुसेना लगा दी, नौसेना को खड़ा कर दिया. 


कांग्रेस पर लगाया आरोप


उन्होंने कहा कि हमने मां कावेरी के आशीर्वाद से ऑपरेशन कावेरी चलाया और अपने भारतीय भाई-बहनों को वापस लाए. ऐसे मुश्किल समय में कांग्रेस ने देश का साथ नहीं दिया. कांग्रेस ने जानबूझकर सूडान में फंसे भारतीयों को वहां उपद्रवियों के सामने एक्सपोज कर दिया. क्या यही है कांग्रेस की देश के नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता.


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