BS Yediyurappa Farewell: विपक्ष के इस नेता को बीएस येदियुरप्पा ने बताया अपना रोल मॉडल, जानें विदाई भाषण में क्या कुछ कहा
BS Yediyurappa Role Model Remark: चुनावी राजनीति से पहले ही संन्यास की घोषणा कर चुके बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार (24 फरवरी) को विधानसभा में विदाई भाषण दिया. उन्होंने अपना रोल मॉडल भी बताया.
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BS Yediyurappa Farewell Speech: कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने शुक्रवार (24 फरवरी) को विधानसभा में विदाई भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने अपने रोल मॉडल के बारे में भी जिक्र किया. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री रह चुके और विपक्ष के वयोवृद्ध नेता एचडी देवेगौड़ा (HD Deve Gowda) को अपना रोल मॉडल बताया और कहा कि उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को 15वीं कर्नाटक विधानसभा का आखिरी दिन था क्योंकि राज्य में मई के महीने में विधानसभा चुनाव होना है. वहीं, दशकों से विधानसभा के सदस्य रहे हैं 79 वर्षीय येदियुरप्पा पहले ही चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर चुके हैं.
एचडी देवेगौड़ा के लिए येदियुरप्पा ने कही ये बात
विधानसभा में दिए अपने अंतिम भाषण में येदियुरप्पा ने JDS सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा को ‘आदर्श’ (Role Model) बताते हुए कहा, ‘‘यह छोटी चीज नहीं है, यहां तक कि आज 89 वर्ष की उम्र में भी वह देश और राज्य के मामलों के बारे में सोचते हैं और मार्गदर्शन करते हैं. हमें उनके अलावा कोई और आदर्श नहीं चाहिए. मैं मानता हूं कि देवेगौड़ा से बहुत कुछ सीखा जा सकता है.’’
'RSS के कारण कद का विस्तार हुआ'
बीएस येदियुरप्पा ने कहा, ''राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) वह कारण है जिसकी वजह से सार्वजनिक जीवन में उनके कद का इतना विस्तार हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अंतिम सांस तक ईमानदारी से पार्टी को मजबूत करने और उसे सत्ता तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आज मैं इस मुकाम पर पहुंचा तो इसके पीछे की वजह आरएसएस और मुझे मिला प्रशिक्षण है जिसने मुझे विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का अवसर प्रदान किया. मैं अपने जीवन में इसे कभी नहीं भूल सकता.’’
संभवत: भावुक होने की वजह से कुछ समय विराम लेने के बाद येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मुझे समझ नहीं आ रहा है कि क्या कहूं और क्या करूं लेकिन मैं अपने तालुका के लोगों का कर्जदार हूं जिन्होंने मुझे इस सदन में काम करने का अवसर दिया. मैं अपने आखिरी सांस तक उनकी सेवा करता रहूंगा.’’
महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर यह कहा
येदियुरप्पा ने विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की वकालत की. उन्होंने विधानसभा में कहा, ‘‘और महिलाएं इस सदन में चुनकर आनी चाहिए. पुरुष सदस्यों को सहयोग करना चाहिए और अधिक महिला सदस्यों के लिए जगह बनानी चाहिए. यह मेरी अपील है.’’
शिवमोगा जिले के शिकारपुरा विधानसभा के मतदाताओं को बार-बार उन्हें निर्वाचित करने पर आभार व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए काम करना और निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का विश्वास जीतना प्रत्येक विधायक का कर्तव्य है. येदियुरप्पा ने 22 फरवरी को बजट पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया था और इसी तरह का भाषण सदन में दिया था जिसे उन्होंने अपना ‘विदाई भाषण’ करार दिया था.
बता दें कि पिछले साल जुलाई में येदियुरप्पा ने घोषणा की थी कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और अगर पार्टी नेतृत्व सहमत होगा तो शिकारपुर सीट पर उनके छोटे बेटे वीवाई विजयेंद्र चुनाव लड़ेंगे जो कर्नाटक बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं.
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