Farmer Protest: लाल मिर्च के दाम अचानक गिरने पर फूटा किसानों का गुस्सा, कर्नाटक में मंडी दफ्तर में तोड़फोड़, सरकारी गाड़ियां फूंकीं
Farmer Protest in Haveri: किसानों की मांग है कि लाल मिर्च पर पिछले हफ्ते जो रेट मिल रहा था, उसी रेट पर फिर से मिर्च की खरीदारी हो. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया.
Farmer Protest in Karnataka: कर्नाटक में मिर्च की गिरती कीमतों को लेकर किसानों के एक ग्रुप का गुस्सा सोमवार (11 मार्च) को फूट पड़ा. गुस्साए किसानों ने हावेरी जिले के बयादागी एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमिटी (APMC) मंडी पर धावा बोल दिया. इस दौरान भीड़ ने मंडी में तोड़फोड़ की और पथराव भी किया. इस दौरान कुछ लोगों ने तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
कांग्रेस विधायक बसवराज नीलप्पा शिवन्नानवर के मुताबिक, किसान आंध्र प्रदेश के हैं और अपनी मिर्च बेचने के लिए मंडी आए थे. पिछले हफ्ते मिर्च की कीमत 100 किलोग्राम के लिए 20,000-25,000 रुपये थी. आज उसी मात्रा के लिए यह गिरकर 10,000 रुपये से 15,000 रुपये हो गई है. इसी बात को लेकर इनका गुस्सा फूटा.
#WATCH | Haveri, Karnataka: A huge protest was held by farmers in Haveri over the decrease in the prices of the famous Byadagi red chilies at the Byadagi wholesale market. (11.03) pic.twitter.com/aST3ktfK2D
— ANI (@ANI) March 12, 2024
3 गाड़ियां जलाईं, ऑफिस के कंप्यूटर भी तोड़े!
बताया जा रहा है कि किसानों ने APMC ऑफिस में घुसकर तोड़-फोड़ की. कई कंप्यूटर सिस्टम को तोड़ दिया. पथराव से कुछ खिड़की के कांच भी टूटे हैं. स्थानीय पुलिस को भी किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कुछ जगहों पर भीड़ ने उन्हें भी निशाना बनाया. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें लोग सड़कों पर उग्र होकर गाड़ियों में आग लगाते दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि नाराज किसानों ने APMC की 3 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
किसानों की मांग क्या है?
हंगामा करने वालों किसानों ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ब्याडगी के कांग्रेस विधायक का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसान मिर्च की घटती कीमतों से नाराज हैं और वह अपने माल को पुरानी कीमत पर बेचने की मांग कर रहे हैं. पिछले हफ्ते 100 किलोग्राम मिर्च की कीमत 20-25 हजार थी. अब वह कीमत 10-15 हजार रुपये हो गई है. इसी को लेकर किसानों में गुस्सा है. किसानों की मांग है कि पिछले हफ्ते जो रेट मिल रहा था, उसी रेट पर फिर से मिर्च की खरीदारी हो.
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