खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. कर्नाटक सरकार के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने वेज और नॉनवेज कबाब में कृत्रिम रंग डालने पर रोक लगा दी है. यह नियम पूरे कर्नाटक में लागू होगा. 


यह फैसला तब लिया गया, जब कबाब के कई सैंपल में इस्तेमाल आर्टिफिशियल कलर खासकर सनसेट येलो और कार्मोइसिन का असुरक्षित स्तर पाया गया. फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की जांच में सामने आया है कि अलग अलग जगहों से कबाब के 39 सैंपल में 7 में  सनसेट येलो और एक में सनसेट येलो और कार्मोइसिन पाया गया. 


इसके बाद डिपार्टमेंट ने 21 जून को आदेश पारित किया, इसमें कहा गया है कि खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 और खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद, मानक और खाद्य योजक) विनियम, 2011 के मुताबिक, इस तरह के एडिटिव्स गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं.






आदेश में कहा गया है कि इन नियमों का उल्लंघन करने पर गंभीर सजा हो सकती है, जिसमें न्यूनतम सात साल से लेकर आजीवन कारावास तक की कैद और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना शामिल है. इससे पहले मार्च में कर्नाटक सरकार ने गोभी मंचूरियन और कॉटन कैंडी जैसी अन्य खाद्य पदार्थों में कृत्रिम रंगों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. इनमें इस्तेमाल कृत्रिम रंगों में कैंसरकारी रसायन पाए गए थे.