Karnataka Government Formation: कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गठन में राज्य के नेताओं की भूमिकाओं को लेकर आज (18 मई) को दिल्ली में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सिद्धरमैया राज्य के सीएम होंगे तो वहीं डीके शिवकुमार राज्य के एकलौते डिप्टी सीएम होंगे.


वेणुगोपाल ने कहा, लोकसभा चुनाव होने तक शिवकुमार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने रहेंगे. उन्होंने कहा, कांग्रेस में सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों ही कांग्रेस के सबसे बड़े असेट हैं लिहाजा पार्टी दोनों को ही सहेज कर रखना चाहती है.


'पावर शेयरिंग फॉर्मूला का मतलब...'
इस दौरान राज्य में पावर शेयरिंग फॉर्मूला को लेकर पूछे गए सवाल पर वेणुगोपाल ने कहा, पावर शेयरिंग फॉर्मूला का मतलब कर्नाटक के लिए सिर्फ इतना ही है कि कैसे सरकार अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर्नाटक की जनता के लिए करती है. दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने दोनों नेताओं के सामने यह प्रस्ताव रखा था जिसमें दोनों ही नेता ढाई-ढाई साल के राज्य के सीएम बनते.


लेकिन जब इसके बारे में सिद्धारमैया से पूछा गया तो उन्होंने इस बात से साफ तौर पर इंकार कर दिया. उन्होंने कहा, इस बारे में मुझे कुछ भी नहीं बोला गया है. वहीं डीके शिवकुमार के भाई और सांसद डीके सुरेश ने शिवकुमार को सीएम नहीं बनाए जाने को लेकर नाखुशी जताई है. उन्होंने कहा, उनको सीएम नहीं बनाए जाने के पार्टी के इस फैसल से वह खुश नहीं हैं लेकिन पार्टी आलाकमान का हर फैसला उनके सर आंखो पर है. 


दिल्ली आने से पहले क्या बोले थे डीके शिवकुमार?  
दिल्ली आने से पहले डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत में अपनी बात कही थी. उन्होंने कहा, पार्टी मां समान होती है और हमें पार्टी में सभी के हितों को देखना होता है और उनके हितों की रक्षा करनी भी होती है. मेरे लिए पार्टी, कर्नाटक के लोगों और सोनिया गांधी का हर फैसला सर आँखो पर है. 


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