बेंगलुरु: कर्नाटक में अलग झंडे की मांग को लेकर विवाद बढ़ता दिखाई दे रहा है. कर्नाटक सरकार ने नौ सदस्यों की कमेटी बनाई है जो झंडे का डिजाइन तय करेगी. इस झंडे को कानूनी मान्यता दिलाने का काम भी इसी कमेटी को सौंपा गया है. अभी तक देश में सिर्फ जम्मू कश्मीर ही ऐसा राज्य है जिसके पास अपना अलग झंडा है. कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने ये कदम इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए उठाया है. कर्नाटक में अगल झंडे की मांग काफी पहले से उठती रही है.
आपको बता दें 2002 में भी कर्नाटक में अलग झंडे की मांग उठी थी. लेकिन इस मांग को तत्कालीन केंद्र की वाजपेयी सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था और इसे देश की एकता अखंडता के खिलाफ बताया था.
अभी सिद्धारमैया सरकार की तरफ इस विषय पर कोई सफाई नहीं दी गई है.