बेंगलुरु: कर्नाटक में गठबंधन सरकार गिरने के एक दिन बाद एच. डी. कुमारस्वामी ने बुधवार को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि दोनों दलों में इसे लेकर अभी बातचीत होनी है. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद इस्तीफा दे दिया.


पार्टी कार्यालय में जेडीएस की बैठक से पहले कुमारस्वामी ने कहा, ''हमने आज अपने विधायकों को भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बुलाया है. हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता अपनी पार्टी को बढ़ाना, कर्नाटक की जनता का विश्वास जीतना और इस मोड़ से कैसे आगे बढ़ा जाए, यह है. हम इस पर चर्चा करेंगे.'' कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के सवाल पर कुमारस्वामी ने कहा, ''देखते हैं...मुझे नहीं पता. भविष्य को लेकर मुझे कांग्रेस नेताओं का रुख पता नहीं है.... हमने अभी तक कोई चर्चा नहीं की है.''


जेडीएस सुप्रीमो एच. डी. देवगौड़ा और उनके बेटे और जेडीएस विधायी दल के नेता कुमारस्वामी भी पार्टी विधायकों की बैठक में थे. गौरतलब है कि राज्य में, खास तौर से मैसूर क्षेत्र में धुर प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले कांग्रेस-जेडीएस ने मई 2018 विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने पर सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाया था. हालांकि दोनों दलों को हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में बेहद करारी हार का सामना करना पड़ा. राज्य की 28 सीटों में से कांग्रेस और जेडीएस के हिस्से में एक-एक सीटें ही आयी थीं.


2014-18 के दौरान नक्सली हिंसा में 43 फीसदी की कमी आई- सरकार


यह भी देखें