Karnataka High Court: हाईकोर्ट में चाकू लेकर घुसा शख्स, चीफ जस्टिस के सुनवाई शुरू करते काट लिया गला, मचा हड़कंप
Karnataka High Court: कर्नाटक हाई कोर्ट शख्स से जुड़े एक मामले में पहले ही हैदराबाद स्थित एक कंस्ट्रक्शन फर्म के खिलाफ 2021 में मैसूर में दर्ज एफआईआर को रद्द कर चुका है.
Karnataka High Court Incident: कर्नाटक हाई कोर्ट में बुधवार (3 मार्च) को बड़ी दिल दहलाने और हैरान करने वाली घटना सामने आई है जहां एक 51 साल के अधेड़ शख्स ने चीफ जस्टिस के सामने चाकू से अपना गला काट लिया और सुसाइड करने की कोशिश की. इसके बाद याचिकाकर्ता शख्स को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां पर उसका इलाज चल रहा है. घटना दोपहर करीब 12.15 बजे की है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन वी अंजारिया की अदालत में बुधवार को एक सुनवाई के दौरान एस चिन्नम श्रीनिवास और उनकी पत्नी कोर्ट रूम दाखिल हुए थे. इस मामले की अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश एन वी अंजारिया और न्यायमूर्ति एच बी प्रभाकर शास्त्री की बैंच कर रही थी. दोपहर करीब सवा बारह बजे जैसे ही याचिका पर सुनवाई शुरू हुई तो श्रीनिवास ने अपने ट्राउजर की जेब से तुरंत चाकू निकाल लिया और अपना गला रेत लिया. इसके बाद चीफ जस्टिस अंजारिया ने तुरंत पुलिस को बुलाया और श्रीनिवास को अस्पताल ले जाने को कहा.
रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति शास्त्री की आज बुधवार को रिटायरमेंट थी. उन्होंने इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुए यह भी पूछा कि आखिरकार इतनी सुरक्षा के बावजूद श्रीनिवास अपने साथ चाकू लेकर कोर्ट रूम में कैसे दाखिल हो गया.
खाने की नली हुई डैमेज, आईसीयू में भर्ती
पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनिवास को बॉरिंग अस्पताल में ट्रांसफर किया गया है जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. अधिकारी का कहना है कि कटाव के कारण उनकी खाने की नली डैमेज हो गई है. इसके लिए उनको गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया है और डॉक्टर्स की टीम उनका इलाज कर रही है.
कंस्ट्रक्शन फर्म पर लगाए 93 लाख की ठगी के आरोप
पुलिस ने श्रीनिवास की पत्नी से पूछताछ की है जिसके बाद पता चला कि दंपति परेशान थी. कर्नाटक हाई कोर्ट की ओर से पहले हैदराबाद स्थित एक कंस्ट्रक्शन फर्म के खिलाफ 2021 में मैसूर में दायर एक एफआईआर को रद्द कर दिया था. श्रीनिवास का आरोप है कि कंपनी ने उनसे 93 लाख रुपये की ठगी की है. कर्नाटक हाईकोर्ट ने नागरिक विवाद होने के कारण इस मामले को सुलझाने के लिए श्रीनिवास को निचली अदालत में जाने का निर्देश दिया था. इस मामले में विधान सौध पुलिस की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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