MEA on Hijab Controversy: कर्नाटक में हिजाब पर शुरू हुआ विवाद अब पूरे देशभर में फैल चुका है. हिजाब (Hijab Row) को लेकर तरह-तरह की थ्योरी भी सामने आने लगी हैं. जबकि मामला अभी हाईकोर्ट में चल रहा है. अब इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से जवाब सामने आया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से जब इस मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, फिलहाल इसे लेकर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. 


बाहरी देशों की टिप्पणी ठीक नहीं - विदेश मंत्रालय
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से मीडिया की तरफ से हिजाब विवाद पर सवाल किया गया, जिस पर प्रवक्ता ने जवाब देते हुए कहा कि, यह विदेश मंत्रालय से जुड़ा विषय नहीं है. मामला कोर्ट में चल रहा है. लेकिन यह भारत का अंदरूनी मामला है और इस पर बाहर से की जा रही कोई भी टिप्पणी उचित नहीं है. 


बता दें कि कर्नाटक के एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब का विवाद पहले पूरे राज्य में फैला और अब देश के अलावा दुनिया में भी इसकी चर्चा हो रही है. पाकिस्तान जैसे देशों से इस पर बयान सामने आ रहे हैं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का इशारा भी इसी तरफ था. जिसमें साफ किया गया कि भारत के अंदरूनी मामले में बाहरी देशों की टिप्पणी ठीक नहीं है. 


क्या है पूरा विवाद?
कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों में हिजाब को लेकर एक ड्रेस कोड बनाया गया, जिसमें कहा गया कि हिजाब में कॉलेज तो आ सकते हैं, लेकिन क्लास में हिजाब नहीं पहना जा सकता है. इसे लेकर कुछ मुस्लिम छात्राओं ने विरोध किया. ये विरोध लगातार बढ़ता चला गया और हिंदू संगठन भी सामने आ गए. लड़ाई भगवा बनाम हिजाब की हो गई. इसके बाद मामला हाईकोर्ट (Karnataka High Court ) में पहुंचा और कोर्ट ने निर्देश जारी किया कि जब तक मामले में कोई फैसला नहीं आ जाता, किसी भी शिक्षण संस्थान में धार्मिक लिबास नहीं पहना जाएगा. रोजाना इस मामले पर हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है. लेकिन दूसरी तरफ स्कूल-कॉलेजों में लगातार प्रदर्शन जारी हैं. 


ये भी पढ़ें - 


UP Election 2022: यूपी के फतेहपुर में बोले PM Modi - सारे विवाद एक तरफ और राष्ट्रवाद एक तरफ, तीन तलाक का भी किया जिक्र


Punjab Election 2022: पंजाब के रण में चुनाव प्रचार अपने चरम पर, राहुल गांधी ने रैली में BJP-AAP पर बोला हमला