(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Election 2024: अमित शाह के मनाने से भी नहीं माना ये बागी! भर दिया नामांकन, अब बिगाड़ेगा BJP का खेला!
Lok Sabha Election: कर्नाटक शिवमोग्गा लोकसभा सीट से बीजेपी के बागी नेता केएस ईश्वरप्पा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा.
Karnataka Shivamogga Seat: कर्नाटक बीजेपी के बागी नेता के.एस. ईश्वरप्पा ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को हाई-प्रोफाइल शिवमोग्गा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया. उन्होंने हजारों समर्थकों की उपस्थिति में एक जुलूस के साथ धूमधाम से अपना नामांकन दाखिल किया.
ईश्वरप्पा ने कराया नामांकन
बीजेपी की आपत्ति के बावजूद ईश्वरप्पा ने जुलूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर और बैनर का इस्तेमाल किया. ईश्वरप्पा ने कहा कि उन्होंने एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन किया है. शिवमोग्गा लोकसभा सीट के सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों से लगभग 15 हजार से 20 हजार समर्थकों ने उनके साथ आकर उन्हें समर्थन दिया.
'पिता-पुत्र की जोड़ी में फंस गई बीजेपी'
ईश्वरप्पा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, “आज से मतदान के दिन तक हमारे कार्यकर्ता घर-घर अभियान चलाएंगे और बताएंगे कि मेरे जैसे वफादार बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय क्यों हुआ? वे यह भी बताएंगे कि ये पार्टी पिता और पुत्र की जोड़ी में फंस गई है.”
ईश्वरप्पा ने कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि शिवमोग्गा के मतदाता मुझे चुनेंगे. चुनाव के बाद पार्टी में बदलाव होंगे और बीजेपी में सफाई की प्रक्रिया होगी. येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र शिवमोग्गा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. कन्नड़ सुपरस्टार डॉ. शिवराजकुमार की पत्नी और दिवंगत एस बंगारप्पा की बेटी गीता शिवराजकुमार इस सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं.
हाई प्रोफाइल शिवमोग्गा सीट पर पहले से ही करीबी मुकाबला है और अब, ईश्वरप्पा के मैदान में उतरने से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है.
आरएसएस के कार्यक्रम में दिखे थे केएस ईश्वरप्पा
बीते दिनों राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की ओर से शिवमोग्गा में आयोजित उगाडी उत्सव में केएस ईश्वरप्पा शामिल हुए थे. इस इवेंट में शिवमोग्गा से बीजेपी उम्मीदवार बी.वाई. राघवेंद्र भी मौजूद थे।यह कार्यक्रम आदिचुंचनगिरी स्कूल में आयोजित हुआ था, जिसमें राघवेंद्र और ईश्वरप्पा आरएसएस के ड्रेस में दिखे थे. हालांकि दोनों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं नहीं दी. राघवेंद्र बीच में बैठे थे और काफी खुश नजर आ रहे थे। वहीं, आखिरी पंक्ति में बैठे ईश्वरप्पा काफी गंभीर मुद्रा में नजर आए थे.