कर्नाटक: 18 जुलाई को कुमारस्वामी साबित करेंगे बहुमत, 17 विधायकों के पाला बदलने से संकट में सरकार
अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री और सदन के नेता कुमारस्वामी की ओर से लाए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर 11 बजे से सदन में विचार किया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी.
बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की ओर से लाये गए विश्वासमत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई को सदन में विचार किया जाएगा. कुमार ने विधानसभा में बताया कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के दौरान विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद यह तारीख तय की गयी है. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी.
अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री और सदन के नेता कुमारस्वामी की ओर से लाए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर 11 बजे से सदन में विचार किया जाएगा. इससे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि विश्वास मत पर गुरुवार को चर्चा कराये जाने का निर्णय किया गया है. उन्होंने कहा, ''दोनों पक्ष गुरुवार को 11 बजे विश्वास मत पर चर्चा के लिए राजी हो गए हैं.''
बीजेपी ने कहा कि पार्टी विश्वास मत के कार्यक्रम से सहमत है. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक जे सी मधुस्वामी ने कहा कि पार्टी इसके लिए सहमत हो गई है और उन्होंने कहा कि यह भी मांग की है कि जब तक सरकार अपना बहुमत साबित नहीं करती है, तब तक कोई विधेयक पेश नहीं किया जाना चाहिए.
बता दें कि कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस के 15 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और दो निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है और बीजेपी को अपना समर्थन दिया है. तभी से गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाए हैं.
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