अब कांग्रेस-जेडीएस सरकार कर्नाटक में बनवाएगी 125 फीट ऊंची 'मां कावेरी' की मूर्ति, निवेशक की तलाश शुरू
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि मां कावेरी की मूर्ति नहीं बल्कि यह टावर की तरह होगा. इसके लिए सरकार के पास जमीन पहले से उपलब्ध है. अब हम इस प्रस्ताव के लिए निवेशक ढूंढ़ रहे हैं जो इस योजना में निवेश करें.
नई दिल्ली: स्टैच्यू (मूर्ति/प्रतिमा) पर राजनीति जारी है. गुजरात में नर्मदा नदी में सरदार पटेल की प्रतिमा के बाद अब इसी तर्ज पर कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने मूर्ति बनाने की योजना बनाई है. कांग्रेस-जेडीएस की सरकार ने मांड्या जिले के कृष्णा राजा सागर जलाशय में 125 फीट की मां कावेरी की मूर्ति बनाने पर विचार शुरू कर दिया है.
कुमारस्वामी सरकार के वरिष्ठ मंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने आज कहा कि ये एक मूर्ति नहीं बल्कि टावर की तरह होगा. इसके लिए सरकार के पास जमीन पहले से उपलब्ध है. अब हम इस प्रस्ताव के लिए निवेशक ढूंढ़ रहे हैं जो इस योजना में निवेश करें. इस प्रस्ताव में सरकारी धन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. इसे एक पर्यटक स्थल की तरह से बनाया जाएगा.
It is not exactly a statue, it will be like a tower. The land already belongs to the govt and we will be inviting investors to invest in it, no govt money will be used. It will be a tourist destination: Karnataka Minister DK Shivakumar on the proposed statue of Mother Cauvery pic.twitter.com/imnhhm0iy4
— ANI (@ANI) November 15, 2018
इससे पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मां कावेरी नदी का नाम है और यह राजनीतिक मसला नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कावेरी के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. आपको बता दें कि कावेरी नदी के पानी को लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक में लंबे समय से विवाद रहा है. इस मामले में एक पक्ष केंद्र सरकार भी है.
ध्यान रहे कि कुछ दिनों पहले ही गुजरात में 182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'स्टेचू ऑफ यूनिटी' का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था. जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वह अयोध्या में सरयू नदी के किनारे 152 मीटर ऊंची राम की मूर्ति लगवाएंगे. इसके लिए मुख्यमंत्री ने खुद स्थल का दौरा किया है.
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