कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के खिलाफ उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री ने ही बुधवार को लिखित शिकायत करते हुए गंभीर आरोप लगाया है. कर्नाटक के ग्रामीण विकास मंत्री के. एस. ईश्वरप्पा ने राज्यपाल वजुभाईवाला को लिखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा पर ‘हस्तक्षेप’ और ‘प्रशासनिक अधिकारवादी’ का आरोप लगाया.


के. एस. ईश्वरप्पा ने सीएम येदियुरप्पा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना उनकी मंजूरी और सहमति के ही उनके मंत्रालय के लिए फैसले लिए जा रहे हैं.





राज्य में CM का बदलाव 100 फीसदी सुनिश्चित- बसंगौड़ा पाटिल


इससे पहले कर्नाटक से बीजेपी के विधायक बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कर्नाटक के विजयपुरा में ये कहकर सनसनी फैला दी कि राज्य में अगले चुनाव से पहले येदियुरप्पा को सीएम के पद से हटाना होगा. विधायक बसंगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा, ''राज्य में CM का बदलाव 100 फीसदी सुनिश्चित है. वरना इस मुख्यमंत्री  के साथ अगला चुनाव लड़ना मुश्किल होगा. बीजेपी राष्ट्रीय सचिव अरुण सिंह भी इस बात से वाकिफ हैं. लेकिन वह बस दिखाने के लिए कह रहे हैं कि सीएम नहीं बदलेगा.'' सीएम येदियुरप्पा के विरोधी माने जाने वाले बीजेपी विधायक पाटिल ने कहा कि तीन मुख्यमंत्रियों को बदलने की आवश्यकता पर चर्चा लंबे समय से चल रही है. कर्नाटक में भी चुनाव बाद बदलाव होगा.


पाटिल ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार और वंशवाद का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ''मैंने भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति के खिलाफ बोला है. मैं केवल वाजपेयी और नरेंद्र मोदी की तारीफ करता हूं. इन दोनों नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी मामला नहीं है. उन्होंने वंशवाद की राजनीति नहीं की है. वे मेरे लिए रोल मॉडल हैं. मैं उन लोगों का महिमामंडन कैसे कर सकता हूं जो वंशवाद की राजनीति करते हैं और राजनीति में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं?.''


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