Karnataka Politics: 'डियर बीजेपी कर्नाटक...', गौहत्या मुद्दे पर BJP ने घेरा तो बोले प्रियांक खरगे, 'कोशिश करके देख लो दोस्तों'
Congress Vs BJP: कर्नाटक बीजेपी ने राज्य सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे का एक वीडियो ट्वीट करते हुए उन पर अवैध गौहत्या को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. प्रियांक खरगे ने भी पलटवार किया है.
Priyank Kharge On BJP: गौहत्या के मुद्दे पर बीजेपी की ओर से घेरे जाने पर कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने पलटवार किया है. उन्होंने बीजेपी की कर्नाटक इकाई के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट को शेयर करते हुए निशाना साधा. बीजेपी ने कांग्रेस नेता का एक वीडियो ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि अवैध गोहत्या का विरोध करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए प्रियांक खरगे पुलिस अधिकारियों पर दबाव डाल रहे हैं.
बीजेपी पर प्रियांक खरगे का निशाना
बीजेपी पर पलटवार करते हुए प्रियांक खरगे ने रविवार (25 जून) को ट्वीट किया, ''डियर बीजेपी कर्नाटक, अब आपकी उस एजेंसी को बर्खास्त करने का वक्त आ गया जो पार्टी का ट्विटर हैंडल संभाल रही है. साफ है कि वे कन्नड़ नहीं समझते, संविधान को समझना तो दूर की बात है.''
इसी के साथ उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''क्या बीजेपी सुझाव दे रही है कि गौरक्षकता कानूनी है और किसी भी प्रकार के निगरानी रखने वालों को कानून तोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए? कोशिश करके देख लो दोस्तों, कर्नाटक सरकार आपको संविधान की ताकत दिखाएगी.''
Dear @BJP4Karnataka , time to fire your agency who is handling the party’s twitter handle . Clearly they don’t understand Kannada, forget understanding the Constitution.
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) June 25, 2023
Is BJP suggesting cow vigilantism is legal & the vigilantes of any kind should be encouraged to break the… https://t.co/hqwBonWYKQ
बीजेपी ने किया ये ट्वीट
इससे पहले रविवार को ही गौहत्या के मुद्दे पर कर्नाटक बीजेपी ने प्रियांक खरगे को टैग करते हुए ट्वीट किया, ''भारतीय संविधान का अनुच्छेद 48 साफ तौर पर जानवरों के वध पर प्रतिबंध लगाता है, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर. हालांकि, प्रियांक खरगे न सिर्फ अवैध गौहत्या को बढ़ावा देकर अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं, बल्कि पुलिस अधिकारियों पर इसका विरोध करने वाले को गिरफ्तार करने का दबाव भी डाल रहे हैं.''
बीजेपी ने आगे लिखा, ''स्वयंभू संविधान विशेषज्ञ सिद्धारमैया को यह बताना चाहिए कि क्या यह बाबा साहब के भारतीय संविधान का उल्लंघन है या नहीं. अगर नहीं तो दोनों को भारतीय संविधान पर शिक्षित होने की जरूरत है.''